सोशल मीडिया पर उड़ रही आचार संहिता की धज्जियां

5/4/2019 9:06:45 AM

करनाल(पांडेय): चुनाव आचार संहिता के अनुपालन को लेकर प्रशासन लगातार बड़े-बड़े दावे कर रहा है,लेकिन सोशल मीडिया पर आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं। सोशल मीडिया पर इसके अनुपालन को लेकर प्रशासन ने अलग से (एम.सी. एम.सी.) मीडिया सर्टीफिकेशन एंड मॉनीटरिंग कमेटी सेल का गठन किया है। जो सोशल मीडिया पर आचार संहिता व चुनाव को प्रभावित करने वाली गतिविधियों पर निगाह रखेंगे लेकिन अभी तक उल्लंघन को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

चुनाव अधिसूचना जारी होने के साथ ही सभी पार्टी समर्थक अपने-अपने नेताओं के बारे में बड़ी-बड़ी बातें सोशल मीडिया पर कर रहे हैं। जाति-धर्म पर आधारित पोस्टें भी जमकर शेयर हो रही हैं। वैसे तो यह सब आचार संहिता के उल्लंघन में है,लेकिन जानकारी के अभाव में तमाम लोग इन पोस्टों को शेयर कर कमेंट भी कर रहे हैं।

राजनीतिक गतिविधियों से सरोकार नहीं रखने वाले लोगों खासतौर से सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों के लिए चुनावी पोस्ट परेशानी का कारण बनी हुई हैं। अधिकांश सरकारी अधिकारी कर्मचारियों के फेसबुक एकाउंट सक्रिय हैं जिन पर राजनीतिक दलों के सदस्यों द्वारा की जाने वाली पोस्ट अनचाही पोस्ट के रूप में प्रसारित हो रही है।

सबकुछ जोड़-तोड़कर बना दिया 56 इंच
सोशल मीडिया पर चहेती पार्टियों के पक्ष में तरह-तरह की पोस्टें डाली जा रही हैं। एक पोस्ट में तो मतदान से लेकर शपथ ग्रहण तक की तारीख को जोड़कर ‘56’ योग दिखा दिया गया। इस ‘56’ का खुलकर मतलब नहीं बताया गया। पोस्ट में लिखा है कि,11 से शुरू होकर19 को खत्म,23 को रिजल्ट व 3 दिन बाद शपथ देखिए जोड़ कहीं ‘56’ तो नहीं।

इसी तरह एक पोस्ट में लिखा है कि आप भी अभिनंदन बन सकते हैं,आपका मिग होगा ई. वी.एम.,ट्रिगर होगा (एक पार्टी का निशान) बटन और टारगेट होगा देश के अंदर छुपे देशद्रोही। इसी तरह अन्य पार्टी समर्थकों द्वारा भाजपा नेताओं के बयान को तोड़ मरोड़कर न्यूज की शक्ल में प्रचारित किया जा रहा है।

नहीं हो पा रही सोशल मीडिया पर कार्रवाई
सोशल मीडिया की सीमाओं को नियंत्रण में रखने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। हाल ही के दिनों में हुई निर्वाचन संबंधी बैठकों में भी पोस्टों की निगरानी हेतु जिला निर्वाचन अधिकारी ने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए थे,लेकिन अब तक एक भी कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में एम.सी.एम.सी. सदस्य व जिला जनसंपर्क अधिकारी सुनील बसताड़ा ने कहा कि अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है,शिकायत आने पर स?त कार्रवाई की जाएगी। अगर किसी के पास कोई सबूत हो तो संबंधित विभाग को दे।

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