ठंड बढ़ने से पड़ा पाला, सब्जियों की फसल हुई खराब, तापमान पहुंचा 3 डिग्री सेल्सियस(VIDEO)

12/31/2019 11:52:33 AM

गोहाना (सुनील जिंदल) : गोहाना में लगातार बढ़ रही ठंड से अब खेतों में किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ठंड से अब खेतों में पाला पड़ना शुरु हो गया है जिससे किसानों की सब्जी की फसल ख़राब तथा काली पड़ने लगी है। वहीं गोहाना का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक पंहुच गया है। किसान इतनी ठंड में अपनी सब्जियों को कैसे बचाएं इसी सोच में सारा दिन खेतो में आग के सहारे बैठ कर दिन गुजारने को मजबूर है। 



इस बार दिंसबर के आखिरी दिन में भी सर्दी का कहर सितम ढ़हा रहा है। इसके साथ ही तापमान गिरने तथा शीतलहर चलने से गोहाना में सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यसत हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होने अपने जीवन में क्षेत्र में पहले कभी इस तरह की ठंड का प्रकोप नहीं देखा। मंगलवार की रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात दर्ज गई है वहीं खेतों और गांवों में तापमान इससे भी कम रहा। इस कारण गांवों में खेतों, मैदानों और रास्तों में घास के इलावा पड़ी प्राली व सब्जियों के पतों पर पाले की सफेद चादर सुबह के समय जमी दिखाई दी। रात के समय ठंड बढ़ने, तापमान गिरने से पाला पड़ने की संभावनाएं भी जताई जाने लगी है।



बताया जा रहा है कि पाला पड़ने से टमाटर, आलू , गोभी की फसल पूरी तरह चौपट हो गई हैं। सब्जियां ख़राब होने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। लगातार शीतलहर चलने, धुंध पड़ने से क्षेत्र के किसान गेहूं की फसलों के लिए काफी बेहतर मान रहे है लेकिन जानकारों का कहना है कि यदि ठंड का प्रकोप पाले में बदल जाता है तो फसलें खराब हो सकती है।



जिसके चलते किसानों को अपनी फसलों व सब्जियों को बचाने के लिए ज्यादा देख भाल रखने की जरुरत है। कड़ाके की ठंड नौनिहालों एवं बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए घातक है। वहीं शीतलहर के चलने से बच्चों में निमोनिया जैसी बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। उत्तरी-पश्चिमी हवाओं के कारण तापमान ओर गिरने के आसार है। 



 

Isha