शीत लहर से बढ़ी ठिठुरन, धुंध में भी हुआ इजाफा

12/12/2019 1:39:32 PM

कैथल (महीपाल) : पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का मैदानी क्षेत्र में साफ असर दिखाई दे रहा है। रात का पारा नीचे आ रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 12 दिसम्बर को पश्चिम विक्षोभ का असर हो सकता है। 12 और 14 को प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। साथ में धुंध भी दस्तक दे सकती है। दिसंबर में न केवल रात बल्कि दिन में भी लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। बुधवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री दर्ज किया।

सुबह और रात को पारा नीचे आ जाता है। आसमान में बादल छाए रहे। मौसम और ठंडा होगा तो इस दौरान शीत लहर व धुंध भी असर दिखा सकती है। ऐसे में न केवल रात बल्कि दिन में भी पारा कम होने की संभावना बन सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार 8 से 10 दिन तक ज्यादा सर्दी पड़ेगी। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने इससे संबंधित मैसेज किसानों के मोबाइल पर फोन भेजा है।

मैसेज को पढऩे के बाद किसान खासे खुश हैं कि मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार यदि बूंदाबांदी तेज हो जाती है, तो रबी की फसलों खासतौर गेहूं को अच्छा लाभ होगा। किसान राम सिंह ने बताया कि यदि अब बारिश हो जाए, तो सोने से कम नहीं है। बूंदाबांदी से जमीन फूल जाएगी और ठंड भी बढ़ जाएगी। फसलों की रौनक देखने लायक होगी। 

गेहूं की फसल को होगा फायदा
यदि अब बारिश हो जाती है, तो इसका सबसे ज्यादा फायदा गेहूं की फसल को होगा। गेहूं के लिए ठंड बढ़ जाएगी। ज्यादा ठंड होने से गेहूं की फसल का बढ़ाव रुक जाएगा और फुटाव शुरू हो जाएगा। गेहूं के लिए अच्छी ठंड की जरूरत है। अब बुवाई का काम पूरी तरह से निबट चुका है। अब बूंदाबांदी या बारिश से किसी भी फसल में कोई नुक्सान नहीं है। यदि अच्छी बारिश हो जाती है, फसल को एक पानी लगाने की जरूरत नहीं होगी।

Isha