हरियाणा कॉलेज के प्राचार्य लाइब्रेरी के लिए अपनी मर्जी से नहीं खरीद पाएंगे पुस्तकें!

3/12/2020 9:14:52 AM

चंडीगढ़ : हरियाणा के कालेजों के प्राचार्य लाइब्रेरी के लिए अब अपनी मर्जी से पुस्तकों की खरीद नहीं कर पाएंगे, क्योंकि उच्चतर शिक्षा विभाग ने पुस्तकों की खरीद के लिए ज्वाइंट डायरैक्टर एस.पी. सुखीजा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कालेजों में लाइब्रेरी के लिए बनाई गई एडवाइजरी कमेटी की डिमांड उक्त कमेटी के पास आएगी। कमेटी यह तय करेगी कि कालेजों में स्थापित लाइब्रेरी के लिए कौन-कौन सी किताबों की खरीद की जानी है। अब वही किताबें खरीदी जाएंगी, जो विद्यार्थियों के लिए जरूरी हैं।

कमेटी में उच्चतर शिक्षा निदेशालय के चीफ अकाऊंट ऑफिसर कंवलजीत सिंह, पंचकूला कालेज की प्रिंसीपल अर्चना मिश्रा, विभाग के डिप्टी डायरैक्टर डा. हेमंत वर्मा तथा मुख्यालय में असिस्टैंट डायरैक्टर (लाइब्रेरी) डी.पी. पूनिया को सदस्य नियुक्त किया गया है। खरीदी जाने वाली पुस्तकों में विद्याॢथयों के सुझावों का भी ध्यान रखा जाएगा, क्योंकि कमेटी किताबों की सूची तैयार करने के लिए विद्याॢथयों से बातचीत करेगी। विभिन्न शहरों में स्थापित सार्वजनिक लाइब्रेरी के लिए खरीदी जाने वाली पुस्तकों के लिए भी उक्त कमेटी ही निर्णय लेगी।

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार हर शहर में लाइबे्ररी स्थापित कर रही है। सरकार की योजना है कि लाइब्रेरी के लिए फिजूल के बजाय पठनीय पुस्तकें ही खरीदी जाएं। आमतौर पर लाइब्रेरी के लिए ऐसी पुस्तकें खरीद ली जाती हैं, जिन्हें लोग पढ़ते नहीं हैं लेकिन लाइबे्ररी संचालक खानापूर्ति या सिफारिशों के चलते कुछ पुस्तकें खरीद लेते हैं। इसकी शिकायत सरकार तक पहुंची थी। 

Isha