कम्पनी ने किडनी के मरीजों की डायलिसिस का काम किया बंद, मरीजों ने किया हंगामा

12/17/2019 12:10:09 PM

जींद (राठी) : जिले का पी.एम.ओ. कार्यालय 2 साल से सिविल अस्पताल में पी.पी.पी. मोड के तहत किडनी के मरीजों का डायलिसिस करने वाली कंपनी डी.सी.डी.सी. किडनी केयर के पैसे का भुगतान नहीं कर रहा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ कंपनी के 1 करोड़ 18 करोड़ रुपए बकाया हो गए हैं। इससे कंपनी के लिए काम चलाना मुश्किल हो गया तो सोमवार को उसने सिविल अस्पताल में डायलिसिस के लिए आए किडनी के मरीजों की डायलिसिस का काम बंद कर दिया। 

किडनी के मरीजों की अस्पताल में डायलिसिस नहीं हुई तो मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों ने सिविल अस्पताल में पी.एम.ओ. कार्यालय के बाहर हंगामा किया। स्वास्थ्य विभाग की ढील से जिले में किडनी के सैंकड़ों मरीजों की जान सिविल अस्पताल में डायलिसिस बंद कर दिए जाने के कारण संकट में पड़ गई है। सिविल अस्पताल में सोमवार को उस समय हंगामा हो गया, जब सिविल अस्पताल में डायलिसिस सैंटर चलाने वाली कंपनी ने मरीजों का डायलिसिस रोक दिया।

अचानक डायलिसिस रोके जाने पर मरीजों के साथ आए परिजनों ने हंगामा कर दिया और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ रोष प्रकट किया। इस पर मरीजों के साथ आए परिजन एस.एम.ओ. डा. गोपाल गोयल के पास पहुंचे, लेकिन डा. गोपाल गोयल ने कहा कि वह इसमें कुछ नहीं कर सकते। इस तरह के जवाब से मरीज और उनके परिजन बिफर गए तथा वह सीधे पी.एम.ओ. डा. शशिप्रभा अग्रवाल के कार्यालय में पहुंच गए।

पी.एम.ओ. कार्यालय में भी मरीजों और उनके परिजनों ने हंगामा किया। पी.एम.ओ. ने डा. गोपाल गोयल से बात कर कंपनी के लोगों से डायलिसिस शुरू करवाने को कहा। इसके बाद ही मरीजों का डायलिसिस शुरू हो पाया। वहीं कंपनी के कर्मचारियों का कहना था कि अस्पताल प्रबंधन ने 2 साल से उनको डायलिसिस के पैसे का भुगतान नहीं किया है। डायलिसिस के लिए कंपनी को पी.एम.ओ. कार्यालय से 1 करोड़ 18 लाख रुपए की राशि लेनी है। 
 

Isha