महिला सशक्तिकरण का मिसाल बनी बसों में टिकट काट रही शेफाली

10/29/2018 5:59:01 PM

सिरसा (सतनाम सिंह): इन दिनों प्रदेश में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है। सरकार इस हड़ताल को नाकाम करने के लिए अलग-अलग व्यवस्था कर रही है। कभी पुलिस कर्मचारी बसें चला रहे हैं, तो अब महिलाएं परिचालक बनकर बसों में सेवाएं देने लगी हैं। सिरसा रोडवेज में दो महिलाओं को परिचालक के पद पर नियुक्त किया गया है। हालांकि, इन्हें टेम्परेरी बेस पर ज्वाइनिंग दी गई है।

रोडवेज में परिचालक बनना अपने आप में इन महिलाओं के लिए बड़ा काम है। गौरतलब है कि रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सरकार आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत चालक और परिचालकों की भर्ती कर रही है। इससे पहले शनिवार को भी एक महिला ने भी परिचालक की ड्यूटी ज्वाइन की है।



हाथ में कंडक्टर का झोला उठाए टिकट काटती ये युवती शेफाली है। शेफाली को कल ही सिरसा रोडवेज में परिचालक के पद पर नियुक्ति मिली है। फिलहाल, शेफाली की सिरसा से कागदाना रूट पर ड्यूटी लगी है। इस रूट पर शेफाली का पैतृक गांव है और गांव का ही रूट मिलने से शेफाली बहुत खुश है।



शेफाली स्नातक करने के बाद अब लोक प्रशासन में एमए कर रही है। इसके साथ ही उसने जेबीटी भी किया है। शेफाली का कहना है कि वह आईएएस बनना चाहती है। पढ़ाई के लिए आत्मनिर्भर बन सके, इसके लिए फॉर्म भरे थे और बहुत खुश है कि उसे नौकरी मिल गई है। शेफाली ने बताया कि टिकट काटने का अनुभव कम है, लेकिन बसों में यात्रा की है और आत्मविश्वास है कि जल्द ही अपने कार्य को निपुणता से करेगी।



सिरसा रोडवेज के जी. एम. के आर कौशल ने बताया कि सिरसा में आउटसोर्सिंग पालिसी के तहत दो महिलाओं को परिचालक के पद पर नियुक्त किया गया, जिन्हें सिरसा के लोकल रूट पर लगाया गया है। इन महिलाओं को ट्रेनिंग दी गई है। साथ ही, यह भी सलाह दी गई है कि अगर रूट पर किसी तरह की कोई समस्या होती है तो वो हमें फ़ोन करें, हम समस्या को दूर करेंगे। 

Shivam