हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में देशभर के पीठासीन अधिकारियों का होने जा रहा सम्मेलन: ज्ञानचंद गुप्ता

10/28/2021 11:25:54 AM

चंडीगढ़ (धरणी) : देशभर के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन राष्ट्रीय स्तर पर 15 से 18 नवंबर तक हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में होने जा रहा है। यह जानकारी हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने दी। ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि 100 वर्ष बाद हिमाचल के अंदर पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन होना एक ऐतिहासिक महत्व भी रखता है क्योंकि 1921 में पीठासीन अधिकारियों का पहला सम्मेलन हिमाचल प्रदेश में हुआ था। ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश अभी तक 6  पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन हो चुका है।

गुप्ता ने बताया कि एशियन कंट्रीज के पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन पिछले दिनों लखनऊ के अंदर हुआ था जिसमें 2 देशों के लोगों ने हिस्सा लिया था। देशभर के विभिन्न प्रांतों के विधानसभा अध्यक्ष में भाग लेंगे। इससे पहले अतीत में हुए पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलनों के अंदर लोकतंत्र को मजबूत बनाने और विधायक कार्यों में संविधानिक प्रक्रिया मजबूत रखने जैसे ज्वलंत मुद्दों पर जनता से चर्चा हुई है। इसके अलावा वर्तमान में कोविड-19 जैसी समस्याओं को चुनौती मानते हुए हाईटेक विधानसभा होने तथा वर्चुअल संवाद जैसे मुद्दों पर भी बल दिया गया है। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला के द्वारा पिछले दिनों हुए पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित किया गया तथा देश भर के पीठासीन अधिकारियों को मार्गदर्शन करते हुए वर्तमान परिवेश में हाईटेक संसाधनों व वर्चुअल संवाद पर व्याख्या की गई।

ज्ञान चन्द गुप्ता के अनुसार इस सम्मेलन में देशभर की विधानसभा, विधान परिषदों के करीब दो सौ प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा पीठासीन अधिकारियों का पहला सम्मेलन भी हिमाचल प्रदेश में 1921 में शिमला में आयोजित किया गया था तथा अब शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य पर भी हिमाचल के धर्मशाला के तपोवन में पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन भव्य तरीके से आयोजित किया जाएगा। इससे पहले पीठासीन अधिकारियों के छह सम्मेलन हिमाचल में आयोजित किए जा चुके हैं, जबकि धर्मशाला के तपोवन विधानसभा परिसर में पीठासीन अधिकारियों का यह पहला सम्मेलन होगा।

उन्होंने कहा लोकसभा तथा विधानसभा के संयुक्त तत्वाधान में यह सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन की अध्यक्षता लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला करेंगे। उन्होंने कहा की हिमाचल के स्पीकर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों को अपने-अपने विभागों के संबंधित कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा करना होगा। इसके साथ ही सम्मेलन के दौरान सुरक्षा इत्यादि की व्यवस्था को भी चाक चौबंद करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान सम्मेलन में आने वाले सभी प्रतिनिधियों को हिमाचल की सांस्कृतिक झलक भी लोक नृत्य तथा लोक संगीत के माध्यम से दिखाई जाएगी तथा सांस्कृतिक संध्या भी आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही प्रतिनिधियों को कांगड़ा जिला के प्रमुख ऐतिहासिक तथा धार्मिक स्थलों का भ्रमण भी सुनिश्चित किया जाएगा।

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Content Writer

Manisha rana