सिरसा की धरा से कांग्रेस ने फूंका चुनावी बिगुल, मंच से गरजे हुड्डा-पिता पुत्र...शहीद किसानों को लेकर बड़ा ऐलान

12/24/2023 5:07:12 PM

सिरसाः जिले में कांग्रेस पार्टी द्वारा किसान मजदूर जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली के जारिए कांग्रेस पार्टी चुनावी बिगुल फूंकने का साथ ही शक्ति प्रदर्शन भी करेगी। सिरसा में ही जून माह में कांग्रेस ने एक बड़ी रैली की थी। अब यह कांग्रेस की एक साल में दूसरी बड़ी रैली होने जा रही है। गौरतलब है कि कुछ माह पहले सिरसा में भाजपा ने भी एक रैली की थी, जिसमें गृहमंत्री अमित शाह भी आए थे। रैली के मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा सहित तमाम कांग्रेसी नेता मौजूद हैं। इस रैली में भारी जन सैलाब उमड़ा हुआ है।

रैली में पहुंचते ही भूपेंद्र हुड्डा, उदयभान व दीपेंद्र सहित सभी कांग्रेस नेताओं ने किसान आंदोलन के दौरान शहीद किसानों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।  

वहीं मंच से नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहा कि यह भीड़ बता रही है कि किसानों की आवज कोई दबा नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि 2005 में हमारी सरकार किसानों के समर्थन से बनी थी। पूर्व की सरकार ने बिजली के बिल के लिए गोली चलवा दी। हमने सरकार बनने के बाद पहली कलम से बिजली के बिल माफ कर दिए। हमने अपनी सरकार में जो गरीबों के लिए स्कीम चलाई वो सब बंद कर दी।ओबीसी का क्रीमीलेयर 8 लाख थी, उन्होंने घटाकर 6 लाख कर दी। उन्होंने कहा मेरे दिल में दर्द है टीस है। जो हरियाणा प्रति व्यक्ति आय में, खेल में, खिलाड़ी में , रोजगार में नंबर वन था। आज हरियाणा बेरोजगारी में, मंहगाई में, कर्ज में नंबर वन है। 

इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हमारी सरकार यदि आएगी तो हम बुजुर्गों की पेंशन 6 हजार रुपये प्रति माह करेंगे। सिलेंडर का दाम 1100 रूपये का हो गया है, हम 500 रुपये में देंगे। 300 युनिट तक बिजली फ्री करेंगे। 100 गज का प्लाट देंगे। सफाई कर्मी, मनरेगा के मेठ चौकीदारों को पक्का करेंगे। पीपीपी, मेरी फसल मेरा ब्यौरा ये सब जनता की परेशानी का सबब बन गया है। ये सब हम बंद करेंगे।

इसके साथ ही आंदोलन में शहीद लोगों के परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देंगे। उनको शहीद का दर्जा देंगे। यह कोई छोटी शहीदी नहीं थी यह बहुत बड़ी शहीदी थी। इसके लिए स्मारक बनवाएंगे।किसान आंदोलन के समय किसानों की सबसे अधिक दोषी हरियाणा सरकार है। सड़के इन्होंने खोदी, लाठियां इन्होंने चलवाई, कीले इन्होंने गाड़ी थी।  

उदयभान ने अग्निवीर को लेकर साधा भाजपा पर निशाना

वहीं प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने अग्निवीर योजना को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पूर्व अर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे की किताब का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नरवने ने अपनी किताब में जिक्र किया है कि उनसे अग्निवीर के बारे में पूछा भी नहीं गया। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को लेकर कहा कि भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में नारे लगते थे कि हुड्डा तेरे राज में जीरी बिकी जहाज में, लेकिन अब नारे लगते हैं कि खट्टर तेरे राज में जीरी चली गई ब्याज में।

'चौटालों में भाजपा को समर्थन देने के लिए रेस लगी थी' 

वहीं किसान मजदूर जन आक्रोश रैली के मंच से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने संबोधित करते हुए कहा कि जो हम संसद में नहीं कर पाए आज मैं आप के सामने जन संसद में करुंगा। हमें रोक के दिखाए दिल्ली की सरकार चंडीगढ़ की सरकार। मैं उन किसानों को श्रद्धांजलि दूंगा जो किसान भाई दिल्ली बॉर्डर पर गए, लेकिन वापिस लौट कर नहीं आए। इस अंहकारी सरकार को किसानों ने झुकाने का काम किया। आप जीते आंदोलन जीता प्रधानमंत्री को माफी मांगनी पड़ी। बहुत बड़ा आंदोलन था 75 साल के इतिहास  का सबसे बड़ा आंदोलन था। जितना बड़ा आंदोलन था उतनी ही अंकारी व क्रूर सरकार थी।

इसके साथ ही दीपेंद्र ने हरियाणा सरकार के साथ ही दुष्यंत चौटाला को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले एक कहता था कि  बीजेपी को भेजो यमुनापार दूसरा कहता अबकी बार 75 पार और सरकार बनते ही दोनों बन गए पक्के यार।

किसान मजदूर कभी नहीं हारा दुश्मन के वारों से

किसान तो हारा अपने ही गद्दारों से

विश्वास घात किया दुष्यंत ने एक बार नहीं कई बार किया। पहले यमुनापार का नारा देकर विश्वासघात किया। उसके 5100 रुपये पेंशन के नाम विश्वासघात किया। किसानों के साथ विश्वास घात किया। खिलाड़ियों के साथ किया। इन्होंने 5 घंटे लगाए विश्वासघात करने में, यही नहीं  इन्होंने तो 5 घंटे लगाए अभय चौटाला तो 5 मिनट भी नहीं लगाते। अभय और दुष्यंत में रेस लगी थी कौन पहले दिल्ली पहुंच कर भाजपा का समर्थन करता है। दुष्यंत की ज्यादा सीट थी तो उनका गठबंधन हो गया, वह रेस जीत गए। इस बार फिर रेस लगेगी।

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Content Editor

Saurabh Pal