कांग्रेस व इनैलो ने भर्तियों का मामला चुनाव आयोग के समक्ष उठाया

10/10/2019 12:34:34 PM

चंडीगढ़ (बंसल): केंद्र की भाजपा सरकार ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद 27 सितम्बर को एफ.सी.आई. में 330 पदों पर नियुक्तियों के लिए आवेदन मांगे हैं, जोकि आदर्श आचार संहिता की घोर उल्लंघना है। मुख्य चुनाव आयोग को भाजपा के इस निर्णय पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

यह बात हरियाणा कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव अधिकारियों की बैठक में रखी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रदेश के सभी राजनीतिकदलों की बैठक चंडीगढ़ में बुलाई गई थी। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में कोषाध्यक्ष रोहित जैन, निलय सैनी, लीगल सैल के पदाधिकारी उदित मेंहदीरत्ता, नरेंद्र सिंह सांगवान व अमन दत्त शर्मा मौजूद थे। 

उन्होंने सभी कर्मचारियों को पोस्टल बैलेट पेपर न मिलने का मुद्दा भी उठाया और आरोप लगाया कि विभाग का प्रमुख सरकार के इशारे पर कर्मचारियों को अपने सामने ही भाजपा को वोट डालने का दबाव बनाता है, जोकि आचार संहिता की उल्लंघना है। कांग्रेस नेताओं ने रोहतक, उकलाना, किलोई, कालका, आदमपुर, पंचकूला, कैथल, नारायणगढ़ आदि विधानसभा क्षेत्रों को अति संवेदनशील घोषित करने की मांग रखी और इन क्षेत्रों में अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए, ताकि हरियाणा में बिना किसी रुकावट के पारदर्शी तरीके से चुनाव करवाए जा सकें।कांग्रेस नेताओं द्वारा पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची को अपू्रव न करने का मुद्दा भी बैठक में उठाए जाने के बाद मुख्य चुनाव अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस सूची को तुरंत प्रभाव से अपू्रव कर दिया जाएगा। 

ई.वी.एम. की मॉक टैस्टिंग का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस ने कहा कि चुनाव अधिकारी सिर्फ एक बार मॉक टैसिं्टग करते हैं जिससे कांग्रेस संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस या किसी अन्य दल के एजैंट द्वारा 2-3 बार टैस्टिंग की मांग की जाती है तो उसे पूरा किया जाना चाहिए।

इनैलो ने ई.वी.एम. से चुनाव  करवाए जाने पर उठाए सवाल 
इनैलो ने चुनाव आयोग के समक्ष ई.वी.एम. से चुनाव करवाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकांश राजनीतिक दल ई.वी.एम. को संदेह की नजर से देखते हैं, जबकि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बैलेट पेपर से चुनाव करवाना ठीक है। इनैलो की तरफ से यह बात पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं इनैलो नेता एम.एस. मलिक ने रखी। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बाद भर्ती प्रक्रिया के परिणामों पर भी आयोग रोक लगाए। इनैलो नेता यह मांग भी रखी कि आयोग उन सर्वे पर रोक लगाए जिनमें फर्जी तरीके से विभिन्न पाॢटयों की जीत दिखाई जाती है। 

Shivam