हमलावरों ने कांग्रेस के युवा नेता पर दागी गोलियां, पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

9/26/2017 12:00:16 PM

बहादुरगढ़(प्रवीन धनखड़): हरियाणा में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। उन्हें पुलिस तक का भी खौफ नहीं है वे किसी की भी सरेआम हत्या कर फरार हो जाते हैं। एक ऐसा ही मामला बहादुरगढ़ का है, जहां कुछ अज्ञात हमलावरों ने कांग्रेस के युवा नेता मोनू जून की गोली मारकर हत्या कर दी। घायल अवस्था में मोनू को शहर के स्वास्तिक अस्पताल में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। सूचना के बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर हमलावरों की मदद करने का गंभीर आरोप लगाया। घटना के एक घंटे तक कोई भी पुलिसकर्मि मौके पर नहीं पहुंचा। गुस्साए परिजनों ने शहर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार और उनकी टीम पर पैसे लेकर मोनू जून की हत्या करवाने के आरोप लगाएं है।

जानकारी के अनुसार मोनू शहर के झज्जर रोड़ पर एक नाई की दुकान के बाहर कुर्सी पर बैठा हुआ था। इसी दौरान कुछ हमलावर फॉर्च्यूनर गाड़ी में आए अौर मोनू पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमलावरों ने मोनू पर करीब डेढ़ दर्जन गोलियां दागी जिनमें से एक दर्जन गोलियां उसे लगी। 

परिजनों का कहना है कि पिछले महीने की 17 तारीख को मोनू के पास किसी व्यक्ति ने फोन पर 36 लाख रुपए की फिरौती देने की मांग की थी और न देने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। मोनू ने इसकी शिकायत पुलिस को की थी मगर एक महीने से भी ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा पाई। कांग्रेस के युवा नेता की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस को कई फोन किए मगर पुलिस के कर्मचारी मौके पर पहुंचने की बजाय इधर उधर दौड़ते रहे। 

गुस्साए परिजनों ने बहादुरगढ़-झज्जर मार्ग पर जाम लगा दिया और मोनू जून की हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। बाद में मौके पर पहुंचे डीएसपी हंसराज को भी मोनू जून के शव के पास नहीं जाने दिया गया। परिजनों ने हत्या के सभी आरोपियों के नहीं पकड़े जाने तक मोनू के शव को पुलिस के हवाले नहीं करने की बात कही है। देर रात तक पुलिस परिजनों को शांत करवाने में जुटी हुई थी।