इनेलो सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए तो कांग्रेस साथ देने को तैयार(VIDEO)

8/11/2018 1:12:21 PM

चंडीगढ़(बंसल):  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नया राजनीतिक पासा फैंकते हुए कहा कि अगर इनैलो भाजपा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए तो कांग्रेस साथ देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश के लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है, ऐसे में इनैलो को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना चाहिए।  उन्होंने कहा  कि कांग्रेस विधायकों की संख्या कम है तो ऐसे में इनैलो को अविश्वास प्रस्ताव लाने की पहल करनी चाहिए। हुड्डा एम.एल.ए. हॉस्टल के सभागार में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि इनैलो सत्ताधारी दल की सहयोगी की भूमिका निभा रही है जबकि केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में इनैलो वहां से गायब हो जाती है। उन्होंने कहा कि इनैलो का यह दोहरा चेहरा क्यों, अगर सहयोग कर रहे हैं तो खुलकर सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में यदि अविश्वास प्रस्ताव की बात आती है तो इनैलो सत्तारूढ़ भाजपा के साथ अपनी दोस्ती निभाने से नहीं रुक पाएगी।  उन्होंने कहा कि एस.वाई.एल. के मुद्दे पर इनैलो कभी गिरफ्तारियां देने का नाटक तो कभी सड़क खोदने का नाटक कर रही है जबकि सारा प्रदेश जानता है कि इनैलो की पूर्व नीतियों की वहज से हरियाणा एस.वाई.एल. के पानी से महरूम है।

हुड्डा ने मुख्यमंत्री के किसान प्रेम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने खेती की है और सब्जी बेची है तो फिर टमाटर, आलू और प्याज आदि सब्जियों की दुर्गति क्यों हुई?  उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल दावा करते हैं कि उन्होंने ट्रैकटर चलाए व खेतों में पानी लगाया लेकिन रोहतक के जिस बनियानी गांव में मुख्यमंत्री की जमीन है वहां पानी लगता ही नहीं। रही ट्रैक्टर चलाने की बात तो मैंने दिन-रात ट्रैक्टर ही चलाए हैं। हुड्डा ने आरोप लगाया कि के.एम.पी. के किनारे जिन किसानों की जमीनें अधिगृहीत की गई थीं, उनकी जमीन की रॉयल्टी सरकार नहीं दे रही है।  उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस की सरकार आई तो कर्मचारियों को पक्का करने की नीति को हू-ब-हू लागू किया जाएगा। हाईकोर्ट ने इस नीति को इसलिए खारिज किया, क्योंकि भाजपा सरकार ने इसकी मजबूत पैरवी नहीं की। 

उन्होंने प्रदेश पर बढ़ते कर्जे के आंकड़े गिनाते हुए कहा कि  कांग्रेस के राज में 70 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था, जो अब बढ़कर 1 लाख 61 हजार करोड़ हो गया है। पिछले 4 साल में राज्य में एक भी बड़ी परियोजना नहीं आई। ऐसे में मुख्मयंत्री और वित्त मंत्री को बताना चाहिए कि 90 हजार करोड़ रुपए का कर्ज कहां खर्च किया गया। हमारी सरकार में करनाल में कल्पना चावला  मैडीकल विश्वविद्यालय की स्वीकृति दी थी परंतु भाजपा सरकार ने इसका नाम बदलकर पंडित दीनदयाल  उपाध्याय  मैडीकल विश्वविद्यालय कर दिया है। 

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा को जलाने व सामाजिक सद्भाव खराब करने की असली दोषी भाजपा है। सरकार इतनी ही पाक साफ है तो क्यों प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट को कूड़ेदान में डाल दिया गया? भाजपा सरकार की विफलता इस बात से स्पष्ट हो जाती है कि उसके वरिष्ठ मंत्री स्वयं यह कह रहे हैं कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान ङ्क्षहसा रोकने के लिए जो कदम उठाए जाने चाहिए थे, वह सरकार ने नहीं उठाए। अत: इसमें कोई संदेह नहीं कि हरियाणा भाजपा सरकार ही पूर्ण रूप से दोषी है। नूंह के बाल गृह और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एन.आर.सी.) का मुद्दा भी भाजपा धार्मिक ध्रुवीकरण और नफरत फैलाने की नीयत से उठा रही है।

कांग्रेस  की अंदरूनी खींचतान पर साधी चुप्पी
हुड्डा कांग्रेस की खींचतान पर चुप्पी साधे रहे। प्रदेशाध्यक्ष संबंधी सवाल पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का अधिकार राहुल गांधी को सौंपा हुआ है। मुख्यमंत्री के कई दावेदारों से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि यह फैसला हाईकमान को करना होता है लेकिन हाईकमान भी उसे ही मुख्यमंत्री बनाता है जिसे विधायक चाहते हैं। 

Deepak Paul