कांग्रेस ने शुरू किया हरियाणा मांगे हिसाब अभियान, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने सरकार ने पूछे सवाल !
punjabkesari.in Thursday, Jul 11, 2024 - 06:08 PM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही हरियाणा में सत्तासीन दल के साथ ही विपक्ष भी एक्टिव मोड में आ गया है। एक पत्रकार वार्ता के दौरान हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने हरियाणा मांगे हिसाब के नाम से एक अभियान की शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की बीजेपी सरकार से 15 सवाल पूछे। साथ ही कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनता को भी सरकार की इन नाकामियों के बारे में जानकारी देंगे। इसके लिए 14 जुलाई को सोनीपत में हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया है। आपको बताते हैं कि आखिर कांग्रेस की ओर से हरियाणा सरकार के लिए किन सवालों की लिस्ट तैयार की गई है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने बताया कि सीएमआई के आंकड़ों के अनुसार आज देश भर में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर हरियाणा में है। स्वास्थ्य सेवाओं में 20 हजार से ज्यादा और शिक्षा विभाग में 50 हजार से ज्यादा पद खाली है। बेरोजगारी के चलते युवा प्रदेश से पलायन कर रहे हैं। बेरोजगारी के साथ अपराध में भी प्रदेश नंबर वन बन चुका है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के जिस युवा वर्ग को कांग्रेस ने अपनी नीतियों से खिलाड़ी बनाया। वहीं, युवा वर्ग आज नशे के गर्त में जा रहा है। स्कूली बच्चे भी नशे की चपेट में आ रहे हैं। बीजेपी के शासन काल में महंगाई दर बढ़ी है। प्रॉपर्टी आईडी में 95 प्रतिशत धांधली हुई। क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में एक हजार करोड़ का शराब घोटाला हुआ। आंदोलन के दौरान 700 किसान शहीद हुए। बीजेपी ने किसानों पर लाठी चलवाई।
आज हरियाणा देश में सबसे असुरक्षित राज्य बनकर रह गया है। बीजेपी ने प्रदेश के दलित और पिछड़ों की भी उपेक्षा की। उदयभान ने कहा कि सरकार ने महिला उत्पीड़न के आरोपियों को संरक्षण देने का काम किया। महिला पहलवानों को दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया और सरकार चुप बैठी रही। उन्होंने बीजेपी पर चुनावी घोषणाएं पूरी नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल और कॉलेज में SC और OBC वर्ग की फीस बढ़ाई गई। इसी प्रकार के कईं अन्य सवाल है, जो चुनाव के समय सरकार के प्रतिनिधियों से पूछे जाएंगे। कांग्रेस के कार्यकर्ता इन सभी सवालों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।