वित्तीय संकट से जूझ रही कांग्रेस

5/2/2017 9:46:02 AM

चंडीगढ़:हरियाणा कांग्रेस के हाथ पहले तो सत्ता खिसक गई और दूसरी तरफ हालात यह है कि वित्तीय संकट से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर का कहना है कि कोई वित्तीय संकट नहीं है जबकि असलियत यह है कि सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों ने पिछले 3 वर्ष से पार्टी में फंड जमा नहीं करवाया जबकि पार्टी के निर्देशानुसार एक माह का वेतन तथा पूर्व विधायक को एक माह की पैंशन वर्ष में पार्टी फंड के रूप में जमा करवानी होती है। सांसदों तथा विधायकों व पूर्व जनप्रतिनिधियों की जेब से पैसा निकलवाने के लिए पार्टी अब सख्त कदम उठाने जा रही है। भविष्य में अगर चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले नेता को तभी पार्टी की टिकट मिलेगी, अगर पार्टी कार्यालय से उसे पार्टी फंड जमा करवाने की रसीद मिलेगी। यानी पिछला बकाया भी ब्याज सहित देना होगा।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष लिख चुके हैं पत्र
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने विधायकों तथा पूर्व विधायकों को पत्र लिखकर पार्टी फंड जमा करवाने का आग्रह किया था, लेकिन उनके पत्र को किसी पर कोई असर नहीं हुआ। प्रदेश पदाधिकारियों-सदस्यों के अलावा जिला व ब्लॉक प्रधान भी फंड नहीं दे रहे हैं। इतना ही नहीं, पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोती लाल वोरा सांसदों व पूर्व सांसदों के साथ-साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को कई बार फंड जमा करवाने के लिए नोटिस जारी कर चुके है।