गैंगस्टर ने जेल में रची थी वकील के हत्याकांड की साजिश, सामने अाई ये वजह

1/16/2018 1:14:53 PM

रोहतक(ब्यूरो):प्रापर्टी डीलर व अधिवक्ता सत्यवान मलिक की हत्या की साजिश सोनीपत जेल से रची गई थी। हत्याकांड का मास्टरमाइंड रुपेन्द्र उर्फ नान्हा है। सोनीपत जेल में बैठे-बैठे ही रुपेन्द्र ने साजिश रची और अपने शूटर्स के द्वारा वारदात को अंजाम दिलाया। पुलिस ने इसी सिलसिले में रुपेन्द्र उर्फ नान्हा को सोनीपत जेल से प्रोडक्शन वारंट पर 6 दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है। 

संदीप बड़वासनी और रुपेन्द्र उर्फ नान्हा थे आपस में धर्म भाई
साल 2015 में संदीप बड़वासनी के कहने पर रुपेन्द्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर रामकरण बैयापुर गैंग के शूटर विकाश दुधिया का गन्नौर (सोनीपत) में पुलिस कस्टडी में हत्या की थी। संदीप बड़वासनी और विकाश उर्फ नान्हा दोनों आपस मे धर्म भाई थे। अधिकतर काम व वारदात दोनों ही मिलकर प्लान करते थे।

रामकरण बैयापुर गैंग ने किया था संदीप बड़वासनी का कत्ल
पुलिस जांच में सामने आया है कि फरवरी 2017 में रामकरण बैयापुर गैंग ने संदीप बड़वासनी का अपहरण करके उसका कत्ल करके डैड बाडी गंगा नदी में बहा दी थी। 

मजाक उड़ाने पर रची थी सत्यवान को मारने की साजिश
संदीप बड़वासनी के कत्ल के केस में रामकरण बैयापुर और उसके कई साथी सोनीपत जेल में बंद है। जो जेल में उसका मजाक उड़ाते थे कि तुम अपने भाई का बदला लेने लायक भी नहीं हो। रुपेन्द्र ने सोचा कि रामकरण और इसका गैंग तो सोनीपत जेल में बंद है जिनका कत्ल करना अभी मुश्किल है इसलिए सत्यवान मालिक जिसने संदीप बड़वासनी का कत्ल करवाया था और रामकरण बैयापुर गैंग का मास्टरमाइंड है जो खुले आम घूमता है उसको आसानी से मार सकते हैं।

इसलिए अक्तूबर महीने में जब लक्की वासी मंडोरा रुपेन्द्र की तारीख पर सोनीपत कोर्ट में मिलने आया तब उसने लक्की की जिम्मेदारी लगाई की वह अजय उर्फ बिट्टू वासी बरौणा और रोहित उर्फ काली वासी सिसाना, विकाश उर्फ फौजी वासी बरोणा, ओमबीर उर्फ नान्हा वासी बड़वासनी, अजय उर्फ चांद वासी खरखौदा तथा गैंग के बढिय़ा शूटर को साथ लेकर सत्यवान मलिक की हत्या कर दे। उसके बाद रविन्द्र खाती वासी घुन्ना खरखोदा रुपेन्द्र से जेल में मिलने आता था और उसे उनके प्लान तथा तैयारियों बारे अवगत करवाता था। 

उपरोक्त सभी साथी सत्यवान के पीछे लगे हुए हैं तथा मौका मिलते ही सत्यवान का काम तमाम कर देंगे। फिर 12 दिसम्बर को रविन्द्र ने रुपेन्द्र से जेल में मुलाकात की तथा बताया कि लक्की, बिट्टू, काली, ओमबीर व विकाश फौजी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सत्यवान की हत्या कर दी है।

टीमें कर रही हैं छापेमारी
पुलिस आरोपी रुपेन्द्र उर्फ नान्हा से गहनता से पूछताछ कर रही है, वहीं वारदात को अंजाम देने वाले शूटर्स की धरपकड़ के लिए ए.वी.टी. स्टाफ व सी.आई.ए-2 की संयुक्त टीमें छापेमारी कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही वारदात में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।