सुविधा: धान की पराली से किसानों को मिलेगी निजात, अब जलाना नहीं पड़ेगा

11/11/2019 5:28:05 PM

फतेहाबाद (रमेश भट्ट): गेहूं की बिजाई की जल्दी में गफलत में धान की पराली जलाने वाले किसान जो भारी भरकम जुर्माने व मुकदमों का शिकार हो रहे हैं, उनके लिए सुपर सीडर एक राहत की सांस देने वाला है। अनेक खूबियों वाली इस सुपर सीडर मशीन के जरिए जहां किसान धान की पराली को खाद के रूप में प्रयोग कर पाएंगे, वहीं साथ ही साथ गेहूं की बिजाई भी कर सकेंगे। हालांकि सुपर सीडर अभी महंगा है और किसानों की मांग है कि सरकार इस मशीन के लिए किसानों को सबसीडी दे, ताकि किसान इसे खरीद सकें।



इस बार फतेहाबाद में पराली जलाने की घटनाओं में हालांकि कमी तो आई, लेकिन फिर भी अनेक किसानों ने अपने खेत में धान की पराली जलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालात यह हो गए थे कि फतेहाबाद जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स पूरे प्रदेश में सबसे अधिक 862 तक पहुंच गया था। प्रशासन ने भी पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई शुरू कर दी और अब तक जिले में 200 से अधिक किसानों पर पराली जलाने को लेकर केस दर्ज हो चुके हैं।



ऐसे में अगर किसान चाहें तो सुपर सीडर का प्रयोग करके पराली जलाकर अपनी जमीन की उर्वरा शक्ति को तो बचा सकते हैं। सुपर सीडर एक ऐसी मशीन है, जो किसानों के मल्टीपर्पज के तौर पर काम आ सकती है। इस मशीन के निर्माता दीप सिंह पुन्नी ने बताया कि सुपर सीडर मशीन से एक ही समय में धान के अवशेष को जमीन में काफी नीचे गाडा जा सकता है और इसके साथ ही गेहूं की बिजाई भी जा सकती है। सुपर सीडर से जमीन में गाड़ी गई पराली बाद में किसानों के लिए खाद का काम करेगी।



इसके अलावा इस मशीन का एक और फायदा है। यह मशीन गेहूं की बिजाई के बाद रोटावेटर का काम भी करेगी। इस मशीन की कीमत बाजार में 2 से सवा 2 लाख रुपये तक है। यह मशीन एक एकड़ जमीन की जुताई 1 से 2 घंटे में कर सकती है। अगर किसी किसान के पास मशीन नहीं है तो वह 1 हजार से 1500 के बीच अपनी जमीन की जुताई व पराली से मुक्ति पा सकता है।

Shivam