कापी एग्जामिनर महावीर मित्तल रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, केस दर्ज(Video)

5/24/2018 1:17:36 PM

रोहतक(दीपक भारद्वाज): जिला न्यायालय की नकल शाखा से कापी एग्जामिनर को  रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस पर आरोप है कि पीड़ित के पक्ष में फैसला करवाने की एवज में 18 हजार रुपए  की रिश्वत मांगी गई थी जिसकी शिकायत स्टेट विजीलेंस ब्यूरो में की गई तो टीम गठित कर रंगे हाथ आरोपी को पकड़ा गया है। राज्य चौकसी ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि अशोक मखीजा पुत्र दर्शन लाल निवासी ओल्ड सिटी, पठाना मोहल्ला, पानीपत ने एक शिकायत निरीक्षक चंदरवीर सिंह, राज्य चौकसी ब्यूरो, को दी। जिसमें कहा गया कि उसका व उसकी पत्नी के 2 अलग-अलग केस अतिरिक्त सत्र न्यायालय-कम-वक्फ ट्रिब्यूनल रोहतक में लंबित हैं। इसके चलते जिला न्यायालय रोहतक की नकल शाखा में नियुक्त कापी एग्जामिनर महावीर मित्तल दोनों मुकद्दमों में उस के पक्ष में फैसला करवाने की एवज में 8 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहा था, जिस में से उसने 10,000 रुपए  रिश्वत के दिनांक 4 अप्रैल को को ले लिए थे, 8 हजार रुपए और रिश्वत मांग रहा है।

नायब तहसीलदार को बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट लगाकर की कार्रवाई
शिकायत के आधार पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत निरीक्षक चंदरवीर सिंह के नेतृत्व में रेडिंग टीम गठित की गई। इसके बाद उपायुक्त रोहतक ने पवन कुमार, नायब तहसीलदार को बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किया। वहीं, दयाचन्द टी.आर.ए., तहसील कार्यालय रोहतक को गवाह नियुक्त करवा कर रेडिंग पार्टी में शामिल किया गया। विजीलेंस की योजना के अनुसार शिकायतकर्त्ता अशोक मखीजा को पाऊडर लगे हुए नोट दे कर आरोपी के पास भेज दिया। आरोपी द्वारा 8 हजार रुपए रिश्वत लिए जाने पर मौका पर ही आरोपी महावीर मित्तल कापी एग्जामिनर, नकल शाखा को पकड़ा गया। महावीर मित्तल से दी गई रिश्वत की राशि बरामद की गई।

रोहतक रेंज विजिलेंस एसपी पुष्पा खत्री ने कहा कि अगर किसी भी विभाग में कोई अधिकारी आपसे रिश्वत मांगता है तो उसके बारे में स्टेट विजीलेंस से सम्पर्क करें। स्टेट विजीलेंस तुरंत आपकी शिकायत पर कार्रवाई करेगा। प्रदेश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए स्टेट विजीलेंस हर समय तैयार रहती है। रिश्वतखोरों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। 
 

Nisha Bhardwaj