बच्चों को शिक्षित करने वाले शिक्षकों की सैलरी पर लगा कोरोना ग्रहण, घर चलाना हुआ मुश्किल

8/12/2020 8:47:00 AM

रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : कोरोना संक्रमण के बाद देश में लगे लॉकडाउन से स्कूल में नौकरी कर अपना परिवार चलाने वाले अध्यापकों पर रोजी-रोटी का संकट गहराने लगा है। जिले के कोसली स्थित यदुवंशी शिक्षा निकेतन के 20 से ज्यादा शिक्षकों की सैलरी मार्च महीने के बाद से स्कूल प्रशासन द्वारा नहीं दिए जाने से अब पीड़ित अध्यापकों के सामने घर का चूल्हा चलाने का संकट गहराने लगा है। इतना ही नहीं जिन अध्यापकों पर पूरे घर की जिम्मेवारी थी वो अब अपने बूढ़े माता-पिता को दवा तक नहीं दिला पा रहें है।

पीड़ित अध्यापकों ने बताया कि उन्हें स्कूल में बुलाकर काम तो कराया जा रहा है। उनसे ऑनलाइन कक्षाएं भी लगवाई जा रही है, साथ ही बच्चों से फ़ीस वसूली के लिए उन्हें कोरोना के संकट के बीच घर-घर भेजा जा रहा है। पीड़ित अध्यापकों ने बताया कि उन्हें हर तरह से प्रताड़ित कर उनका शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से उनकी विन्रम मांग है कि उनकी महेनत की कमाई उन्हें दिलाई जाए ताकि वह अपना घर खर्च ठीक से चला पाएं। देश में शिक्षा के माध्यम से बच्चों का भविष्य बनाने वाले अध्यापकों के सामने अब घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। गुरुज्ञान के जरिए अपने घर का चूल्हा चलाने वाले इन अध्यापकों पर कोरोना की मार पड़ती दिखाई दे रही है। इतना ही नहीं जिन अध्यापकों पर पूरे घर की जिम्मेवारी थी वह अब अपने बूढ़े माता-पिता को दवा तक नहीं दिला पा रहे हैं।

कोरोना की मार झेल रहे इन अध्यापकों ने बताया कि सैलरी नहीं मिलने से उनके सामने खाने के भी लाले पड़ गए हैं। बिजली का बिल और बीमार पिता का इलाज तक वह नहीं करवा पा रहे हैं। इस नौकरी के अलावा कमाई का कोई दूसरा विकल्प नहीं होने की वजह से उन्हें काफी कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है। पीड़ित शिक्षकों ने बताया कि कुछ दिनों तक तो उन्होंने अपने रिश्तेदारों से मदद लेकर घर खर्च चला लिया लेकिन अब उन्होंने भी मना कर दिया। कोसली के यदुवंशी शिक्षा निकेतन के अध्यापकों ने स्कूल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है स्कूल प्रबंधन उनका कोरोना के बाद लगातार शोषण कर रहा है। जबकि स्कूल सीबीएसई के नियमों को ताक पर रखकर अवैध तरीके से स्कूल का संचालन कर रहा है। उसके सभी सबूत आज रेवाड़ी नगराधीश महोदय को सौंपे गए है ताकि ऐसे स्कूलों के खिलाफ प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

यदुवंशी शिक्षा निकेतन के अध्यापकों ने नगराधीश के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर उन्हें उनकी मेहनत की कमाई दिलाने की मांग की गई है, साथ ही नियमों को ताक पर रखकर स्कूल का संचालन करने बारे भी कार्रवाई करने के लिए सभी कागजात सौंपे गए हैं। अब देखना होगा कि अध्यापकों का शोषण करने व अवैध तरीके से स्कूल का संचालन करने वाले इस स्कूल पर जिला प्रशासन क्या कुछ कार्रवाई करेगा।

Edited By

Manisha rana