कोरोना का प्रकोप रोडवेज के राजस्व पर पड़ रहा भारी, राजस्व में करीब 80 फीसदी गिरावट

5/6/2021 12:11:47 PM

पलवल(दिनेस): कोरोना के चलते जहां देश व प्रदेश में सभी व्यापार, छोटे उद्योग धंधे और स्थानीय स्तर पर होने वाले लघु उद्योगों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं सरकारी विभागों को भी एक बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं हरियाणा सरकार के रोडवेज विभाग की। हरियाणा सरकार द्वारा कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए प्रदेशभर में साप्ताहिक लॉकडाउन लगाने के बाद भी कुछ रूटों पर बसें चलाई जा रही है लेकिन पर्याप्त सवारिया ना मिलने के कारण रोडवेज विभाग को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। 

वहीं जब इस संदर्भ में पलवल बस डिपो के ड्यूटी इंस्पेक्टर धर्मवीर से बात की गई। तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि एक बस में पहले 52 सवारियां बैठती थी। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार के दिशा - निर्देशों पर अब एक बस में 26 सवारियां यानी की सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए  आधी सवारियां ही बैठाई जा रही है। वही पलवल से गुरुग्राम ,बल्लमगढ़, आगरा, मथुरा, मेवात, होडल, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ व हामिदपुर के रूटों पर लगातार बस सेवाएं दी जा रही हैं। 

 सवारियों की किल्लत के चलते पलवल से चंडीगढ़, यमुनानगर, कैथल, हरिद्वार और जयपुर के रूटों पर जाने वाली बसों को रोक दिया गया है। ऐसे में कोरोना की गाइडलाइन के बाद जहां सवारिया कम होने से रोडवेज के राजस्व को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं अब लॉकडाउन के बाद सवारियां भी सफर करने से परहेज कर रही है। उन्होंने बताया कि पहले पलवल बस डिपो को 8 से 9 लाख तक का प्रतिदिन राजस्व प्राप्त होता था। लेकिन लॉकडाउन के बाद सवारियों  की किल्लत के चलते राजस्व भारी नुकसान के साथ केवल एक से सवा लाख तक ही सिमट कर रह गया। उन्होंने बताया कि पलवल बस डिपो के पास करीब 75 हरियाणा रोडवेज की बसे है। जिनमे से सवारियों की किल्ल्त के चलते 25 से 26 बसे ही जैसे - तैसे रूटों पर चल पा रही है। 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

Content Writer

Isha