कोरोना महामारी : माननीयों ने खोला खजाना, विधानसभा अध्यक्ष ने दिए 3 करोड़, उपाध्यक्ष ने 2 करोड़

4/8/2020 11:22:12 AM

चंडीगढ़(धरणी)- कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी से निपटने के लिए हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक जमकर दरियादिली दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आह्वान पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने ऐच्छिक अनुदान से 3 करोड़ और विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने 2 करोड़ रुपये ‘हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड’ में दिए हैं। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश के सभी पूर्व विधायकों से कम से कम एक माह की पैंशन देने का आह्वान किया है।

गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के आह्वान पर प्रदेश के सभी 90 विधायक एक माह का वेतन हरियाणा कोरोना राहत कोष के लिए दे चुके हैं। विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी निर्धारित राशि इस कोष के लिए दी है। इसके साथ ही ज्ञानचंद गुप्ता ने विधायकों और पूर्व विधायकों से लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए जनता को जागरूक करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी ही इस संक्रमण से बचने का उपाय है, इसलिए प्रत्येक नागरिक को इसका पूर्णत: पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक संकट से निपटने के लिए हरियाणावासी जिस प्रकार कर्त्तव्यपरायणता का परिचय दे रहे हैं, उससे हृदय में गौरव का भाव जागृत होना स्वाभाविक है। लॉकडाउन के चलते जनता दिल से प्रशासन का सहयोग कर रही है,  इससे प्रदेशवासियों की अनुशासन के प्रति प्रतिबद्धता प्रलक्षित होती है। इसके साथ ही बहुत बड़ा वर्ग स्वप्रेरणा से समाज का सहयोग के लिए भी आगे आया है।

गुप्ता ने पूर्व विधायकों से आग्रह किया कि वे इस प्रदेश के यशस्वी जनप्रतिनिधि रहे हैं, इसलिए इस संकटकाल में भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए उन्हें अधिकाधिक आर्थिक सहयोग करना चाहिए। इसके लिए वे कम से कम एक माह की पैंशन देंगे तो इस महायज्ञ में पवित्र आहुति साबित होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा के लोगों में सहज रूप से ही दान की प्रवृत्ति है। इसलिए संकट की इस घड़ी में आम से लेकर खास सभी वर्ग आर्थिक सहयोग के लिए बढ़-चढ़ आगे आ रहे हैं। प्रत्येक वर्ग के लोग अपने सामर्थ्य से बढ़कर दान कर रहे हैं। इस वैश्विक महामारी से पीड़ित लोगों की मदद के लिए प्रदेश सरकार ने ‘हरियाणा कोरोना रिलिफ फंड’ की स्थापना की है। सरकार के इस प्रयास से जनता और सामाजिक संगठनों के प्रयासों को एक प्रवाह में ला दिया है। इससे लोगों में समर्पण का भाव और तीव्र हुआ है। जनता और सरकार की सहभागिता से यह प्रयास दिनोंदिन यशस्वी हो रहा है।

 
 
 

Isha