किसान एक कदम बढ़ेगा तो देश 125 करोड़ कदम बढ़ेगा: सोलंकी

3/21/2017 8:50:37 AM

फरीदाबाद (सूरजमल):राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि न्यू इंडिया की परिकल्पना हासिल करने के लिए हमें किसानों को आगे बढ़ाना होगा और यदि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में एक व्यक्ति एक कदम आगे बढ़ाएगा तो भारत 125 करोड़ कदम आगे बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान की प्रगति में ही देश की प्रगति है और 21वीं सदी भारत की सदी होगी। यह विचार यहां उन्होंने द्वितीय कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन बतौर मुख्यातिथि तौर पर किसानों के समक्ष व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन को वे दूसरी दृष्टि से देखते हैं व इस प्रकार से सम्मेलन के आयोजन से 21वीं सदी में नए भारत का उदय होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत में 60 प्रतिशत किसान हैं और किसान की प्रगति में ही देश की प्रगति है और इस सम्मेलन में किसानों, खेती से जुड़े लोगों को बुलाकर आगे के लिए चर्चा की गई है जो सराहनीय है।केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि किसानों का भला तभी संभव हैं जब किसानों के बेचे उत्पाद की करंसी देश की करंसी से अलग हो और उस करंसी का मूल्य देश की सामान्य करंसी से तीन गुणा होना चाहिए तब किसान और कमेरे वर्ग का उत्थान हो सकता है।

अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार करें खेती:धनखड़
कृषि व किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसान को अपनी हालत खुद बदलनी होगी। इसमें सरकार की ओर से सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज खेती के मायने बदल गए हैं और अब खेती अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों और जरूरतों के अनुसार करनी होगी, तभी किसान का उत्थान हो सकता है। धनखड़ द्वितीय कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन कृषि व अन्य क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दुनिया में खेती की पद्धतियां और प्रणालियां बदल रही हैं, हमें दुनिया में हो रहे इस बदलाव के साथ मिलकर चलना होगा। हमारे किसानों को इनपुट और आउटपट की मांग को देखते हुए खेती करनी होगी। उन्होंने बताया कि यूरोप के कई देश ऐसे हैं, जहां जीरो प्रतिशत वैस्ट है अर्थात न्यूनतम वैस्ट है। इसी प्रकार चीन के बीजिंग में मंडी के दौरे के दौरान उन्होंने देखा कि शहर की जरूरत के अनुसार फल, सब्जियां मंडियों में लाई जाती है।