गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 8 शूटरों को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार, वसूली के लिए किशोरों का करते थे इस्तेमाल

5/12/2023 3:22:12 PM

डेस्क : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन जबरन वसूली के मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ गिरोह के 8 शूटरों को दिल्ली समेत हरियाणा और राजस्थान से गिरफ्तार किया है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने कुल 8 लोगों को पकड़ा है और 6 हथियार बरामद किए हैं। गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य जबरन वसूली के लिए किशोरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

विशेष आयुक्त अपराध शाखा रवींद्र कुमार यादव ने बताया कि अमेरिका में बैठे गोल्डी और साबरमती जेल में बंद लॉरेंस और उसके भाई अनमोल बिश्नोई के निर्देश पर इन शूटरों ने दिल्ली के तीन अलग-अलग बिजनेस मैन के घरों पर रंगदारी न देने पर फायरिंग कराई थी। लॉरेंस ने पहले तीनों से मोटी रकम देने की मांग की थी। पैसे देने से मना करने पर गोलियां चलवा दी थी। यह गिरोह हरियाणा और राजस्थान के दूर दराज के गांवों से नाबालिग लड़कों को अपराध कराने के लिए चुनते हैं। उन्हें डरा धमकाकर और पैसे देकर अपराध करने के लिए तैयार कर लेते हैं। इन्हें अलग-अलग जगहों से हथियार, गोली, बाइक उठाने के निर्देश मिलते हैं ताकि पकड़े जाने पर ये किसी के बारे में कोई जानकारी न दे पाएं। इसके बाद इन्हें टारगेट बनाया जाता है। नाबालिगों को नशे के लिए भरपूर पैसे दिए जाते हैं, जिससे खुश होकर नाबालिक गैंगस्टर के निर्देश के मुताबिक कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। इनकी उम्र 16 से 17 साल होती है।

पुलिस का कहना है कि बड़े गैंगेस्टरों द्वारा नाबालिगों से अपराध कराने का यह ट्रेंड सालों से चल रहा है। समाज के लोगों को और स्कूलों में शिक्षकों को बच्चों को इस बारे में सचेत करने की जरूरत है।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

Content Editor

Mohammad Kumail