क्राइम पेट्रोल देख बनाई चौथ मांगने की योजना, पुलिस ने किया गिरफ्तार

2/5/2017 7:58:52 PM

जींद (सुनील मराठा):सोनी एंटरटेनमेंट चैनल पर टीवी सीरियल क्राइम पैट्रोल देख जुलाना के कपड़ा व्यापारी विजय से चौथ मांगने के 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चौथ मांगने का आरोपी बीरू राजमिस्त्री का काम करता है और उसका साथी राकेश उसी के साथ मजदूरी करता है। दोनों पर कर्ज चढ़ गया था। इस कर्ज को उतारने के लिए ही उन्होंने जुलाना के कपड़ा व्यापारी विजय से चौथ मांगने की यह योजना बनाई। उनका कर्ज तो नहीं उतरा, लेकिन अब उन्हें जेल की हवा जरूर खानी पड़ेगी।

जुलाना के कपड़ा व्यापारी विजय से 31 जनवरी को फोन पर चौथ मांगी गई थी। चौथ मांगने वालों ने कपड़ा व्यापारी विजय को धमकी दी थी कि वह नकदी तैयार रखे। अगर उसने ऐसा नहीं किया तो गोली मार दी जाएगी। इस प्रकरण को लेकर जुलाना के व्यापारियों ने धरना भी दिया था। जींद के एसएसपी शशांक आनंद ने मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए इसकी गुत्थी सुलझाने की जिम्मेदारी सीआईए प्रभारी सुरेंद्र कुमार और उनकी टीम को सौंपी थी। 

जींद के सीआईए प्रभारी सुरेंद्र कुमार और साइबर इंचार्ज नवदीप की टीम ने कपड़ा व्यापारी विजय से चौथ मांगने की गुत्थी को सुलझा लिया है। इसे लेकर रविवार दोपहर बाद जींद के एसएसपी शशांक आनंद ने अपने कार्यालय में बुलाए गए पत्रकार सम्मेलन में बताया कि कपड़ा व्यापारी विजय से चौथ मांगने वालों में जुलाना की शर्मा कॉलोनी के राकेश तथा बीरू शामिल थे। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में इस बात का पता चला कि विजय से चौथ मांगने का आरोपी राकेश पहले विजय के पास ही ड्राइविंग करता था। उसने टीवी सीरियल क्राइम पैट्रोल देखकर विजय से चौथ मांगने की योजना बनाई और इसमें अपने साथ राजमिस्त्री के रूप में काम करने वाले बीरू को शामिल किया। यह दोनों राजमिस्त्री और मजदूर का काम करते थे। उन पर कर्ज चढ़ गया था और यह कर्ज उतारने के लिए दोनों ने टीवी सीरियल क्राइम पैट्रोल देखकर बड़े पैसे वाले से चौथ वसूलने की योजना बनाई।

एसएसपी शशांक आनंद ने बताया कि कपड़ा व्यापारी विजय से क्राइम पैट्रोल टीवी सीरियल देखकर चौथ मांगने वालों ने पुलिस को गच्चा देने के लिए एक पुराने अपराधी विकास नैन की फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। यह पुलिस को चकमा देने के लिए बनाई गई, लेकिन उनकी यह चालाकी काम नहीं आई। जींद सीआईए इंचार्ज सुरेंद्र कुमार और साइबर इंचार्ज नवदीप की मेहनत ने दोनों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। दोनों को गिर तार कर मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। उन्हें पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।