पुलवामा हमले के शहीदों के नाम उजागर करने से इन्कार, RTI के तहत मांगी थी CRPF से जानकारी

punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2020 - 05:09 PM (IST)

पानीपत (सचिन) : पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सी. आर.पी.एफ. के 40 जवानों को शहीद का दर्जा देने संबंधी जानकारी से सी.आर.पी.एफ. ने इनकार किया है। सी.आर.पी.एफ. के अफसर न शहीदों के नाम बताने को तैयार हैं और न ही बताना चाहते हैं कि भारत सरकार ने शहीद माना या नहीं। यही नहीं,जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने को भी तैयार नहीं हैं। यह खुलासा सूचना के अधिकार तहत मांगी जानकारी में हुआ है।

दरअसल, पानीपत निवासी आर.टी.आई. एक्टिविस्ट पी.पी. कपूर ने 9 और 10 जनवरी,2020 को 2 आर.टी.आई. सी.आर.पी.एफ. के महानिदेशक को भेज कुल 5 बिंदुओं की सूचना मांगी थी। महानिदेशालय के डी.आई.जी. (प्रशासन) एवं जन सूचना अधिकारी राकेश सेठी ने जवाब में सूचना देने से इनकार कर दिया। इसके पीछे कारण बताया कि आर.टी.आई. एक्ट-2005 के अध्याय-6 के पैरा-24(1) प्रावधानों अनुसार सी.आर.पी.एफ. को भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों को छोड़ अन्य सूचना देने से मुक्त रखा गया है। 

उन्होंने बताया कि गत वर्ष लोकसभा चुनाव से पहले 14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा हमले में सी.आर.पी.एफ. के 40 जवानों को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि सरकार विफलता छिपाने के लिए जानबूझकर सूचना सार्वजनिक नहीं कर रही है। कपूर ने कहा कि पुलवामा हमला भ्रष्टाचार और सी.आर.पी.एफ. जवानों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का सीधा मामला है इसलिए मांगी सूचना से इनकार नहीं किया जा सकता। कपूर ने कहा कि पुलवामा में 40 सैनिकों को भ्रष्टाचार के कारण शहीद होना पड़ा।

सुरक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार न होता तो क्विंटलों विस्फोटक पदार्थ देश में न आ पाता। बेवजह सी.आर.पी.एफ. जवानों का शहीद होना उनके मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है। इसलिए राष्ट्रहित में सूचना सरकार को तत्काल सार्वजनिक करनी चाहिए।


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Isha

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