पतंगबाजी का शौक बना पक्षियों की जान का दुश्मन

2/11/2019 3:23:31 PM

करनाल(नरवाल): बसंत पंचमी पर युवाओं व बच्चों का मनोरंजन पक्षियों का दम घोट रहा है। पतंग की डोर बेजुबान पक्षियों की जान के लिए आफत बन गई। युवाओं ने जहां बसंत पंचमी पर खूब पतंगबाजी की, वहीं राहगीर पतंग डोर की चपेट में आने से घायल हुए और परिदों पर भी इसका घातक प्रहार रहा। रविवार को बसंत पंचमी पर बच्चों व युवाओं ने खूब पतंगबाजी की। शहर व गांव में कुछ जगहों पर तो युवाओं ने छतों पर डी.जे लगाकर पतंगबाजी कर खूब मस्ती की, वहीं पतंग डोर ने बच्चों व युवाओं को घायल किया। बसंत पंचमी पर पतंगबाजी में पक्षियों को भी अपने पंख व पांव गंवाने पड़े। पिछले वर्ष बसंत पंचमी पर शहर में पतंगडोर की चपेट में आने से 35 से 40 पक्षी घायल हुए थे।

वहीं इसी बीच एक ऐसी संस्था है जो इन बेजुबान पक्षियों के लिए किसी दवाखाने से कम नहीं है, जहां इन्हें दवाई के साथ साथ खाने के लिए भी दाना मिलता है जी हां रावर रोड के पास बनी जीवो मंगलम संस्था की साध्विया इनका ध्यान रखती है इस दवाखाने में घायल पक्षियों की अच्छे से देखबाल की जाती है वो भी केवल मानवता के नाते क्यूंकि इंसान का दर्द समझने वाले सब है लेकिन बेजुबान पक्षी का दर्द कोई नही समझता!

पिछले कई सालों से यह पक्षियों को बचाने में लगे हुए है आज भी काफी संख्या में घायल पक्षी इनके पास आए जो मांझे में उलझे हुए थे जिनके पंख कटे हुए थे तो किसी की गर्दन के पास कट था। चाइना डोर से घायल हुए कई पक्षियों का इलाज ये संस्था कर चुकी है लेकिन कई पक्षियों की हालत बेहर खराब है। हालकि बैन के वाबजूद भीलोग चाइना डोर का इस्तेमाल धड़ल्ले से कर रहे हैं। गतिदवस बसंत पंचमी के मौके पर न जाने कितने पक्षियों की इसकी चपेट में आने से मौत हो चुकी है।  

संस्था में पक्षियों की देखभाल करने वाली साध्वी का कहना है कि आज इंसान ने अपने सुख के लिए सब कुछ बदल दिया है। पेड़ काटे दिए हैं जिस कारण बेजुबानों का आशियाना इनसे छीन गया है कुछ पेड़ बचे है लेकिन वहां पक्षी बैठ नहीं सकते क्योकि बढ़ते मोबाइल टावर के कारण इन पक्षियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है! मोबाइल टॉवर से निकलने वाली रेंज इनके शरीर पर गलत असर डालती हैं। जिससे पक्षि कई बिमारियों के प्रकोप में आ रहे हैं जिसमें से एक बिमारी तो कैंसर ही है जो पक्षियों को भी हो रही है।

चाइनीज डोर सबसे अधिक नुक्सानदायक
साध्वी संतोष कुमारी ने कहा कि वसंत पंचमी पर युवाओं व बच्चों का पतंगबाजी शौक बेजुबान पक्षियों की जान का दुश्मन बन रहा है। आजकल चाइनीज डोर सबसे अधिक नुक्सानदायक है। यह लोगों के शरीर को काट देती है। यह डोर आसमान में उडऩे वाले पक्षियों के पंखों में उलझकर उनकी जान ले लेती है। क्योंकि यह डोर आसानी से नहीं टूटती जिस कारण पक्षी इसकी चपेट में आकर या तो मर जाते हैं या इस कदर घायल हो जाते हैं कि वह दोबारा उड़ नहीं पाते।
 

Deepak Paul