साइबरसिटी बना साइबर अपराध का गढ़, 6 महीने में 150 मुकदमें दर्ज

8/26/2018 10:31:42 AM

गुरूग्राम(सतीश कुमार): साइबर अपराध के गोरखधंधे में शामिल लोग भोले भाले लोगों से सोशल नेटवर्किंग साइट्स के सहारे संपर्क करते हैं और फिर दोस्ती और प्यार का पाठ पढ़ाते हुए पीड़ित का खास बन जाते हैं।  कुछ समय से कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमें विदेशों में बैठे आऱोपी ऐसे भारतीय महिला पुरुष का चयन करते हैं जो परिवार से अलग रहते हैं। आरोपी इनसे दोस्ती कर गिफ्ट के नाम पर ठगी कर फरार हो जाते हैं। कई मामले सोशल साइट्स पर अश्लील फोटो या वीडियों वायरल करने के नाम पर लाखों के ठगी के सामने आते है।

गुरुग्राम पुलिस के सामने रोजाना आ रही शिकायतों में एटीएम फ्रॉड और कंपनी का इमेल हैक कर ठगी करने का मामला भी खूब आ रहा है। हालांकि पुलिस लोगों से लगातार अपील करती है कि वो अपने एटीएम का पिन कोड या ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड किसी और को न बताएं। लेकिन ये शातिर फ्रॉड बैंक अधिकारी बनकर भोले-भाले लोगों को झांसे में ले लेते हैं और उनसे उनका पिन कोड जानकर खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।

साइबर अपराध की जांच में सबसे ज्यादा दिक्कतें पुलिस को आ रही है। क्योंकि ज्यादातर अपराधी विदेशों में बैठे हैं। जिनके पास पहुंचने के लिए पुलिस को लंबी चौड़ी कानूनी प्रकिया से गुजरना पड़ता हैं। ऐसे में साइबर अपराध से बचने का सबसे सरल तरीका सावधानी है। जानकारी के अनुसार बीते छ महीने में पुलिस ने साइबर अपराध के करीब 150 मामले दर्ज किए हैं। जबकि करीब 580 शिकायतों की जांच अभी जारी है।

Rakhi Yadav