डी.ए.पी. का रेट बढ़ाकर सरकार ने की खेती पर गहरी चोट: भूपेंद्र हुड्डा

4/9/2021 10:18:23 AM

सोनीपत : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की कई अनाज मंडियों का दौरा किया। सोनीपत व गन्नौर की अनाज मंडी में पहुंचे हुड्डा ने किसान, मजदूरों और आढ़तियों से बातचीत की और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। हुड्डा ने कहा कि उन्हें लगातार प्रदेशभर से किसानों की शिकायतें मिल रही थीं, क्योंकि 1 अप्रैल से खरीद का ऐलान करने के बावजूद सरकार ने मंडियों में उचित व्यवस्था नहीं की। कई जगहों पर फसल लेकर मंडी में पहुंच रहे किसानों को नमी, रजिस्ट्रेशन और सर्वर डाऊन का बहाना बनाकर परेशान किया जा रहा है। खरीद शुरू होने के 8 दिन बाद भी न तो गेहूं की उचित खरीद हो रही है, न ही उठान की कोई व्यवस्था है और न ही किसानों की पेमैंट हुई है जबकि सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा था कि 72 घंटे के अंदर किसान को भुगतान कर दिया जाएगा। हुड्डा ने कहा कि अब सरकार ने अचानक डी.ए.पी. के रेटों में भारी बढ़ौतरी कर खेती पर गहरी चोट की है।

इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने गेहूं में नमी की मानक सीमा को 14 से घटाकर 12 प्रतिशत करने और प्रति क्विंटल मानक मिश्रण की मात्रा 0.75 प्रतिशत से घटाकर 0.50 प्रतिशत करने का विरोध किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार का रवैया हमेशा से किसान विरोधी रहा है इसलिए जगह-जगह उसके नेताओं को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। 3 कृषि कानूनों के खिलाफ सत्याग्रह कर रहे किसानों को आज अपनी फसल बेचने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।

हुड्डा ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि किसानों की आय डबल करने का झूठा नारा देकर सरकार लगातार उसकी लागत बढ़ाने में लगी है। इसी तरह सरकार ने डी.ए.पी. खाद का रेट 700 रुपए बढ़ाने का फैसला लिया है। पहले से पैट्रोल-डीजल के रेट में बेतहाशा बढ़ौतरी झेल रहे किसान की लागत कई हजार रुपए बढऩा तय है। यह इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी सरकार ने डी.ए.पी. के दाम में इतनी बड़ी बढ़ौतरी की है। सरकार को इसे फौरन वापस लेना चाहिए। 

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Content Writer

Manisha rana