डबवाली बनी हॉट सीट, देवीलाल परिवार के 3 सदस्य उतरे एक-दूसरे के खिलाफ, दोनों चाचाओं और भतीजे के बीच देखने को मिलेगा मुकाबला
punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2024 - 09:16 AM (IST)
हरियाणा (स्पैशल डेस्क) : हरियाणा के सिरसा जिले की डबवाली विधानसभा सीट पर चौटाला परिवार के दो चाचाओं और एक भतीजे के बीच दिलचस्प मुकाबला होने वाला है। यहां से कांग्रेस ने अमित सिहाग को मैदान में उतारा है। वहीं इनेलो ने आदित्य देवीलाल को उनके भतीजे व जजपा उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला के खिलाफ डबवाली से खड़ा किया है। आदित्य देवीलाल पूर्व उप प्रधानमंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री देवीलाल के पोते हैं। चौटाला गांव में अमित सिहाग देवीलाल के वंश से हैं।
सिहाग के पिता रिश्ते में अजय और अभय चौटाला के चाचा हैं। बता दें कि अमित सिहाग चौटाला गांव में देवीलाल के वंश से ही ताल्लुक रखते हैं। रिश्ते में दिग्विजय चौटाला भी देवीलाल के परपोते लगते हैं। 15 हजार के अंतर से हराया आदित्य के पिता जगदीश चौटाला चौधरी देवीलाल के छोटे बेटें हैं। आदित्य चौटाला रविवार को भाजपा छोड़कर इनेलो में शामिल हो चुके हैं। वह भाजपा में सिरसा जिलाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा यह हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एच. एस.ए.एम.बी.) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों में आदित्य (तब भाजपा में) को कांग्रेस के अमित रिहाग ने करीब 15 हजार मतें के अंतर से हराया था। अगस्त, 2020 में आदित्य को भाजपा की सिरसा जिला इकाई का अध्यक्ष बनाया गया। आदित्य ने डबवाली से भाजपा उम्मीदवार की घोषणा का इंतजार किए बिना भाजपा का दामन छोड़ दिया है। वह इस बात से नाराज थे कि भाजपा ने 4 सितंबर को जारी 67 उम्मीदवारों की पहली सूची में उनके नाम की घोषणा नहीं की थी।
कांता चौटाला को हराया
ऐलनाबाद के विधायक और वरिष्ठ इनैलो नेता अभय चौटाला की मौजूदगी में आदित्य इनेलो में शामिल हो गए। शामिल होने के तुरंत बाद अभय चौटाला ने डबवाली से उनकी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया।दिलचस्प बात है कि 47 वर्षीय आदित्य ने वर्ष 2016 में जिला परिषद चुनाव में अभय चौटाला की पत्नी कांता चौटाला को हराया था। अभय चौटाला ने कहा कि डबवाली विधानसभा सीट पर जीत सुनिश्चित हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा सिरसा की सभी 5 सीटों पर इनेलो बसपा के उम्मीदवार जीतेंगे।
अजय चौटाला कर चुके हैं डबवाली का प्रतिनिधित्व
डबवाली सीट का प्रतिनिधित्व वर्ष 2009 में दिग्विजय चौटाला के पिता अजय सिंह चौटाला और वर्ष 2014 में उनकी मां नैना चौटाला ने इनेलो विधायक के रूप में किया था। बाद में, इनेलो में विभाजन के बाद अजय सिंह ने दिसंबर 2018 में अपना खुद का संगठन जजपा बनाया। बता दें कि पंजाब-हरियाणा सीमा पर स्थित डबवाली सीट पर सिख मतदाताओं की अच्छी- खासी मौजूदगी है। इसे चौटाला परिवार का गढ़ माना जाता है। डबवाली विधानसभा सीट में ही चौटाला गांव भी आता है।
13 में से 7 बार इनैलो तो 5 बार कांग्रेस जीती
पिछले चुनाव रिकॉर्ड से पता चलता है कि वर्ष 1967 के बाद से हुए फुल 13 विधानसभा चुनावों में डबवाली सीट से ज्यादातर इनैलो या पूर्ववर्ती समता पार्टी/लोकदल के उम्मीदवार चुने गए थे। अब तक हुए 13 विधानसभा चुनावों में, इनैलो 7 वार, कांग्रेस 5 बार और 1 वार निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। डबवाली विधानसभा सीट पर करीब दो लाख मतदाता हैं।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)