दलित परिवार ने युवक पर लगाया धर्म परिवर्तन के लिए धमकाने का आरोप

1/29/2018 8:55:35 PM

नूंह(एके बघेल): नगीना खंड के मोहलाका गांव में एक दलित परिवार ने धर्म परिवर्तन के लिए विवश करने का आरोप गांव के ही एक मुस्लिम व्यक्ति पर लगाया है। मामले में एफआईआर दर्ज होने के करीब 15 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जिसके चलते सोमवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत सरकार क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ के निदेशक राजकुमार अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे। टीम के साथ डीएसपी संजीव बल्हारा, एसडीएम अनीश यादव आईएएस, तहसीलदार संतराम तंवर पुन्हाना इत्यादि अधिकारियों की टीम मोहलाका गांव पहुंची। टीम ने पीड़ित परिवार के साथ-साथ ग्रामीणों से बातचीत की।



टीम के अधिकारी राकेश शर्मा ने कहा कि कुछ ग्रामीणों ने धर्म परिवर्तन के मामले को झूठा बताया है जबकि पीड़ित परिवार अभी भी अपनी बात पर अड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि सच-झूठ का पता तभी चलेगा, जब आरोपी पुलिस के सामने आएगा। 

निदेशक राजकुमार के मुताबिक पुलिस ने मामला दर्ज किया है लेकिन गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापा मारने की बात कह रही है। आरोपी अभी भी गिरफ्त से बाहर है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। राजकुमार ने बताया कि दलितों के उत्थान के लिए नूंह जिले में स्कूलों, मंदिरों, अध्यापकों इत्यादि की बेहद जरुरत है। सरकार से बातचीत कर आयोग कोई रास्ता निकालने की कोशिश करेगा।



निदेशक ने कहा कि मीडिया के माध्यम से जैसे ही आयोग को मोहलाका गांव के दलित परिवार को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए दबाव, मारपीट करने की घटना का पता चला तो तुरंत नूंह जिले के अधिकारियों से बात की गई। प्रशासन ने तुरंत मामला दर्ज किया, लेकिन गिरफ्तारी में हो रही देरी को गंभीरता से लेते हुए यह दौरा किया गया। 

बता दें कि गत 15 जनवरी को नूंह मेवात जिले के नगीना खंड के मोहलाका गांव में धर्म परिवर्तन न करने पर दलित परिवार के साथ  मारपीट का मामला सामने आया था। आरोप है कि मुस्लिम धर्म न अपनाए जाने पर दलित परिवार पर अत्याचार किए जा रहे हैं। इस मामले को लेकर पीड़ित श्रीकिशन ने नगीना थाना पुलिस को शिकायत दी, तो मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।



जानकारी के मुताबिक पीड़ित श्रीकिशन ने शिकायत में कहा कि वह परिवार समेत पंचायत द्वारा मिली बीपीएल प्लाटों में करीब 6 साल से रह रहे हैं। गांव का इस्लाम पुत्र लीला पास में अवैध कब्जा कर परिवार समेत रह रहा है। इस्लाम धमकी देता है कि अगर इस कॉलोनी में रहना है, तो मुस्लिम धर्म अपनाना पड़ेगा। इस बात को नकारने पर आए दिन जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली-गलौच देता है और कई बार मारपीट भी की। 



गत 15 जनवरी को इस्लाम पुत्र लीला, तारिफ, मौसिम पुत्र इस्लाम, अतरू पुत्र सुगड़ा, अस्मीना पत्नी इस्लाम ने सुबह छह बजे लाठी, डंडों से हमला कर दिया और कहा कि अगर मुस्लिम धर्म कबूल नहीं किया तो जान से मार देंगे। पीड़ित ने कहा कि उक्त लोग हमारी लड़कियों के साथ अत्याचार कर रहे हैं। इनकी दबंगई के चलते गांव में रहना मुश्किल हो रहा है। 

मोहलाका गांव मुस्लिम बाहुल्य है। गांव में सिर्फ सात दलित परिवार रहते हैं, जिनमें से दो परिवारों को आबादी से बाहर बीपीएल प्लॉट ग्राम पंचायत ने दिए थे, जिनमें पीड़ित दलित परिवार रह रहा है। दलित परिवार के मुताबिक उन्हें सिर्फ इस्लाम का परिवार तंग करता है, बाकि गांव उन्हें मान-सम्मान देता है।