लाडो पंचायत में बेटियों ने भरी हुंकार, अब शादी की उम्र हो 21 पार, सरकारी कॉलेज की मांग

punjabkesari.in Thursday, Oct 21, 2021 - 11:50 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): गुरुग्राम जिले के बाल विवाह का केन्द्र बने सोहना ब्लॉक के गांव अभयपुर में वीरवार को देश की दूसरी लाडो पंचायत में लड़कियों ने सरकार से सवैंधानिक तौर पर लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 साल करने की पुरजोर मांग करते इसमे बदलाव करने को कहा तथा सोहना क्षेत्र में लड़कियों के लिए सरकारी कॉलेज की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकारी कॉलेज नहीं खुला तो सरकार प्रतिनिधियों का बहिष्कार किया जाएगा।

इस लाडो पंचायत में 11 सदस्यीय कमेटी ने प्रस्ताव पास किए, जिसमें कम उम्र में शादी करने पर लड़की के माता-पिता व शादी में शामिल होने वालों को 3 साल की जेल का प्रावधान तथा 5 लाख रुपये जुर्माना लगाने की मांग की गई। इसके अलावा कम उम्र में शादी करवाने वाले को भी 3 साल की सजा के प्रावधान की मांग की। पंचायत में बाल विवाह करने वालो के सामाजिक बहिष्कार की भी बात कही तथा कॉलेज ना खोलने पर वोट ना देने की बात छात्राओं ने खुले रूप से की। देश की दूसरी इस लाडो पंचायत का आयोजन भी सेल्फी विद डॉटर के फांउडर सुनील जागलान ने करवाया जिसमें सैकड़ों की तादात में लड़कियों व महिलाओं ने हिस्सा लिया। इमसें हरियाणा के मेवात जिले के अलावा दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, बिहार व चंडीगढ़ से विशेष तौर पर आई लड़कियों ने भी हिस्सा लिया।

इस पंचायत में आई हुई लड़कियों में से ही ड्रॉ के माध्यम से कुमारी मोनिका को पंचायत का अध्यक्ष बनाया गया और पूरी कार्यवाही इन्ही की अध्यक्षता में चली। सचिव के तौर पर सुनील जागलान ने हिस्सेदारी निभाई। इस पंचायत में सबसे पहले विभिन्न प्रदेशों से आई हुई व स्थानीय लड़कियों ने शादी की उम्र 18 से 21 करने को लेकर विचार सांझा किए। इसमें हिमाचल प्रदेश की 16 वर्षीय ऋषिदा ने कहा कि हम लड़कियों को पढऩे लिखने का बराबर का अधिकार मिलना चाहिए, हमारे अधिकार लड़को से कम नहीं होने चाहिए। साउथ एशियन यूनिवर्सिटी की छात्रा मोनिका ने कहा कि संवैधानिक तौर पर सरकार आसानी से अनुछेद में बदलाव कर लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 कर सकती है, जिसके लिए सरकार को अब समय नहीं लगाना चाहिए। मेवात की अंजुम ने कहा कि देश को एक तरक्की शील राष्ट्र बनाने के लिए लड़कियों को बराबर के अधिकार मिलने जरूरी है। सरमथला की 17 साल की प्रियंका  ने कहा कि सरकार लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल करने में क्यों देर कर रही है हर दिन 18 की उम्र में शादी होने के कारण हजारों बेटियों के सपने टूट रहे है। ताजनगर  की पूनम ने बताया कि किस प्रकार एक प्रतिभाशाली विद्यार्थी होते हुए भी 15 साल की उम्र में उसकी शादी करवा दी। और 17 साल की उम्र में ना चाहते हुए एक बच्चे की मां बनना पड़ा और आज मैं बुरे स्वास्थ्य से जूझ रही हूं।

इसी प्रकार मोहाली पंजाब की आरूषी ने कहा कि शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार ना होने का बाद भी किस तरह 18 साल की लड़की की शादी करवाकर उसका शारीरिक व मानसिक शोषण होता है। बिहार की अंजलि ने कहा कि हमारे प्रदेश की हजारों बेटियों को कम उम्र में शादी करके हरियाणा समेत दूसरे प्रदेशों में बेचा जाता है। सरकार धरातल पर इसको रोकने के लिए काम करें व शादी की उम्र 21 करें ताकि बेटियां समझ सके। लाडो पंचायत के संयोजक ने कहा कि हमें केन्द्रीय मंत्री के ऑफिस से कॉलेज के लिए सरकार को लिखा लैटर साझा किया। 

इसके लाडो पंचायत के संयोजक सुनील जागलान ने कहा कि पिछल कोई वर्षों से मैं अपनी लडकीयों की टीम के साथ लडकीयों का कॉलेज खोलने के लिए मॉंग कर रहे हैं । यहॉं सोहना में संबलों ज़्यादा बाल विवाह होते हैं और कक्षा बाहरवीं करते ही कॉलेज के अभाव में 80त्न लडकीयों की शादी कर दी जाती हैं ।देश को 1947 में आजादी मिल गई लेकिनहमारे देश की बेटियां अपने ही देश के संविधान में बंधी होने के कारण उस आजादी से महरूम है। अब सही समय आ गई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाल किले के प्राचीर से लड़कियों की शादी की उम्र पर बातचीत करने की बात कहकर लाड़ो की आजादी का समर्थन किया है। इसके साथ ही सरकार को बाल विवाह रोकने के लिए शादी का प्रमाण पत्र अनिवार्य कर देना चाहिए।

पंचायत की झलकियां
आज की इस पंचायत को लेकर महिलाओं और लड़कियों में काफी उत्साह था। महिलाएं और लड़कियां हरियाणवी वेशभूषा में हरियाणवी गीत गाते हुए पहुँची। इस लाडो पंचायत में उपस्थित सैंकड़ो लड़कियों ने पंचायत की अध्यक्ष बनने के लिए पर्ची पर अपना नाम लिखकर दिया। एक छोटी सी बच्ची रूहानिका ने इन सभी पर्चियों में से पंचायत की अध्यक्ष के नाम का ड्रा निकाला और फिर पंचायत की कार्यवाही शुरू हुई।

सैकड़ों स्कूल की छात्राओं ने आज की पंचायत की कार्यवाही देखी। इन छात्राओं ने अपने अनुभव सांझा कर इस पंचायत के माध्यम से मांग की कि शादी की उम्र 18 नही 21 वर्ष हो और सोहना में लड़कियों का सरकारी कॉलेज हो। पंचायत में लड़कियों की खासी तादात होने के कारण सरकारी कॉलेज का सभागार छोटा पड़ गया। लड़कियों के अलावा अनेकों महिलाओं ने भी अपने विचार सांझा किए और कम उम्र में शादी होने के नुकसान बताएं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static