उपायुक्त ने तहसील का किया औचक निरीक्षण, 1 वर्ष से ऊपर बैठे बाबुओं को बदलने के दिए निर्देश

12/28/2019 2:47:30 PM

पानीपत (खर्ब) : आमजन मानस को जमीन की रजिस्ट्रियों की डिलीवरी समय पर न होने और तहसील में अव्यवस्था के आलम को लेकर उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने शुक्रवार को तहसील में एक वर्ष से ऊपर विभिन्न सीटों पर बैठे बाबुओं को बदलने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने शुक्रवार को तहसील में औचक निरीक्षण कर व्यवस्था का मुआयना किया। उपायुक्त ने ऑफिस कानूनगो, नायब तहसीलदार के कमरे का भी निरीक्षण किया। उपायुक्त ने करीब एक साल से ऊपर रीडर के पद पर कार्यरत विक्रम और प्रदीप कुमार को बदलने के निर्देश दिए। इसके साथ-साथ उन्होंने रजिस्ट्री क्लर्क रणबीर सिंह, सहायक रजिस्ट्री क्लर्क कृष्ण जुनेजा, कम्प्यूटर ऑप्रेटर राकेश को भी इन सीटों से बदलने के निर्देश दिए।

उपायुक्त ने सबसे पहले ई-दिशा केंद्र का मुआयना किया। उन्होंने रजिस्ट्री क्लर्क रणबीर सिंह से रजिस्ट्रियों की डिटेल जाननी चाही, तो रणबीर सिंह ने बताया कि वे हर रजिस्ट्री की डिलीवरी लेते समय इसका रजिस्टर मैंटेन करते हैं और रजिस्ट्री लेने वाले व्यक्ति से हस्ताक्षर भी करवाते हैं। रजिस्टर देखने पर उपायुक्त ने कहा कि कई रजिस्ट्रियों की डिलीवरी हो चुकी है, लेकिन उनके हस्ताक्षर नहीं करवाए गए हैं।  

ऑनलाइन इंतकाल पर तहसीलदार को रिपोर्ट देने के निर्देश
इंतकाल रूम के निरीक्षण के दौरान  पटवारी सुधांशु स्वयं कम्प्यूटर आप्रेटर के द्वारा ऑनलाइन इंतकाल दर्ज करवाता पाया गया। इस पर उपायुक्त ने कहा कि आपका यहां आना वाजिब नहीं है। उन्होंने इस बारे तहसीलदार को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार डा. कुलदीप मलिक को कहा कि तहसील में आ रही अनियमितताओं और डिलीवरी टाइम पर न होने के साथ-साथ इंतकाल से सम्बंधित शिकायतें मिल रही थी, जिस पर यह संज्ञान लिया गया है। उन्होंने  निर्देश दिए हैं कि जो 6 महीने से ऊपर एक ही सीट पर काम कर रहे हैं। इन सभी कर्मचारियों की ट्रासंफर की जाएगी।

उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने इसके बाद गोहाना रोड स्थित बिजली कार्यालय में भी औचक निरीक्षण किया, तो वहां पर भी अव्यवस्था का भारी आलम देखने को मिला। उपायुक्त ने जब मौके पर आए उपभोक्ताओं से इस बारे बात की। मौके पर ही कच्चा काबड़ी फाटक निवासी धीरज कुमार के लिए उपायुक्त का आना सुखद साबित हुआ। धीरज जोकि एक फैक्टरी में मजदूरी का काम करता है। उसने बताया कि उसका करीब 2 लाख का घरेलू बिजली का बिल आया हुआ है और वह एक साल से यहां के चक्कर लगा रहा है। आज तक किसी ने उसकी नहीं सुनी। उपायुक्त ने सम्बंधित जे.ई. वीरेंद्र नांदल को मौके पर ही बुलाकर इसका लिखित में जवाब मांगा।

उन्होंने मौके पर बिल रूम में जाकर लोगों से बातें भी कीं, जहां ऐसा ही मामला आया हुआ था और 1 लाख 86 हजार के घरेलू बिल को ठीक करवाने के लिए आए राजबीर सिंह ङ्क्षबझौल ने कहा कि यह कनैक्शन संदीप कुमार के नाम से है, जिसका इतना सारा बिल आया हुआ है। इसी तरह 77 साल के बुजुर्ग ने भी अपने बिल ठीक करवाने सम्बंधित अपनी व्यथा उपायुक्त को सुनाई। उपायुक्त ने उनसे बात कर सम्बंधित जे.ई. राजेश को बुलवाया और यही नहीं उन्होंने अधीक्षण अभियंता से सब-अर्बन और ग्रामीण कार्यालय में कार्यरत 3 एल.डी.सी. क्लर्क और जे.ई. वीरेंद्र नांदल व राजेश से सम्बंधित सभी लम्बित शिकायतों की जांच कर इसकी रिपोर्ट सौंपने और इनके विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर भी तहसील व बिजली कार्यालय में अपनी नाराजगी जाहिर की।

Isha