7 दिन पहले अस्पताल से लापता हुआ था बुजुर्ग, CMO कार्यालय के पीछे मिला शव

6/7/2018 10:05:46 AM

भिवानी(वजीर): झज्जर के गांव गोरिया निवासी श्योताज(74) को जहां उसके परिजन और दिनोद गेट चौकी के पुलिसकर्मी जगह-जगह ढूंढ रहे थे, उसका शव सिविल अस्पताल के सी.एम.ओ. कार्यालय के पीछे पड़ा था। शव से सड़ांध उठी तो इस शव के बारे में पता चला। इसके अलावा बुजुर्ग के शव को कुत्तों ने भी नोचा हुआ था। उक्त बुजुर्ग 30 मई की रात उस समय सिविल अस्पताल से लापता हुआ था जब उसे मधुमेह की बीमारी के चलते उसके परिजनों ने यहां दाखिल करवाया हुआ था। 

जानकारी के अनुसार झज्जर के गांव गोरिया निवासी श्योताज सिंह (74) मधुमेह से पीड़ित था। श्योताज को उसके बेटे संजय ने 28 मई को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया था। मगर 30 मई की रात वह लापता हो गया। संजय ने अपने पिता को हर जगह तलाश किया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा तो उन्होंने इस बारे में दिनोद गेट चौकी में केस दर्ज करवा दिया। 

30 सुरक्षाकर्मी होने के बावजूद क्यों नहीं गई किसी की नजर 
दूसरी ओर देखा जाए तो सिविल अस्पताल में किसी तरह की अप्रिय घटना पर नजर रखने के लिए यहां 30 लोगों को ठेके पर नियुक्त किया हुआ है। इसके बावजूद सी.एम.ओ. कार्यालय के पीछे पड़े शव की ओर किसी की नजर क्यों नहीं गई, यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।

सिविल अस्पताल की लापरवाही आई सामने
लापता होने् के बाद से श्योताज सिंह को पुलिस और उसके परिजन दोनों ही हर जगह तलाश रहे थे। बुधवार को सिविल अस्पताल के सी.एम.ओ. कार्यालय की ओर आए कुछ लोगों ने शिकायत में कहा कि यहां उन्हें सड़ांध आ रही है। लोगों ने वहां की जांच की तो पाया कि सी.एम.ओ. कार्यालय के पीछे किसी बुजुर्ग का कुत्तों द्वारा नोचा हुआ शव पड़ा है। 

श्योताज के रूप में हुई शिनाख्त 
इस तरह सी.एम.ओ. कार्यालय के पीछे किसी बुजुर्ग का क्षत-विक्षत शव मिलने पर अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस जांच में पाया गया कि यह शव तो उस बुजुर्ग का है जो 30 मई की रात अस्पताल से उपचार के दौरान लापता हो गया था। इस पर पुलिस ने श्योताज के परिजनों को मौके पर बुलाकर उसकी शिनाख्त करवाई। 
 
इस मामले में प्रधान चिकित्सा अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि यह हमारे लिए भी सोचने का विषय है कि आखिर इस बुजुर्ग के यहां पड़े होने की जानकारी 7 दिन तक कैसे नहीं मिल पाई। उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल में करीब अढ़ाई दर्जन सिक्योरिटी गार्ड काम करते हैं। इसके बावजूद किसी को इस बुजुर्ग के बारे में जानकारी नहीं थी। इसलिए इस बारे में जांच करवाई जाएगी।

Nisha Bhardwaj