धरने के 127वें दिन दलित परिवारों ने किया धर्मांतरण का ऐलान

6/16/2018 8:42:04 AM

जींद:  दलित ज्वाइंट एक्शन कमेटी के संचालक दिनेश बौद्ध खापड़ ने बताया कि 4 महीनों से दलित समाज के लोग मांगों के लिए धरने पर बैठकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद जींद प्रशासन और हरियाणा सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रहे हैं। कमेटी सदस्य अजय भंभेवा ने कहा सरकार ने मानवाधिकारों का हनन किया है। इसके लिए हरियाणा भाजपा सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। 

शुक्रवार को सामूहिक धर्म परिवर्तन की घोषणा सतीश की पत्नी कमला देवी, शिवचरण, मृतक लड़की का पिता रमेश आसन, दिनेश, पिरथी पड़ाना, रणधीर अमरहेड़ी, वीरेंद्र और सिकंदर घोघडिय़ां, रामनिवास बराह, सोनू भौंगरा, सोनू छात्तर, श्रवण ईगराह और अन्य लोगों ने की। अजय भंभेवा ने कहा कि दलित पीड़ित परिवारों ने मांगों को पूरा करवाने के लिए भारतीय संविधान और कानून के दायरे में रहकर कड़े से कड़ा संघर्ष किया। 2 बार चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए पैदल मार्च किया। 

2 बार 23 और 31 दिन तक भूख हड़ताल की। जब इतने से भी सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा तो 4 पीड़ित परिवारों के साथ दलित समाज के अन्य लोगों ने हरियाणा सरकार की प्रताडऩा के कारण 31 मई को दिल्ली में जाकर धर्म परिवर्तन कर लिया और फिर 5 मई को अपनी मांगों को पूरा करवाने के मकसद से सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। इसका शुक्रवार को समय समाप्त हो गया है। अब 15 अगस्त को सरकार की संवेदनहीनता के कारण जींद में पीड़ित परिवारों के सदस्यों के साथ सैंकड़ों दलित समाज के लोग सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन करेंगे।

Rakhi Yadav