हरियाणा के इस जिले में बिगड़ा नहरी पानी का शेड्यूल, सिंचाई विभाग के लिए बड़ी चुनौती

3/20/2024 10:54:25 AM

भिवानीः  यमुना में  पानी का स्तर कम होने से हरियाणा के भिवानी जिले में नहरी पानी का शेड्यूल भी बिगड़ गया है। सुंदर ग्रुप में 2150 क्यूसेक पानी की डिमांड के मुकाबले फिलहाल 940 क्यूसेक पानी ही पहुंच रहा है। शुरुआत में 1200 क्यूसेक पानी आंका गया था। लेकिन नहरों में पानी का स्तर बढ़ने के बजाए घट गया, जिसके कारण सुंदर सब ब्रांच और मिताथल फीडर में पानी चलाने के लिए जूई फीडर को बंद करना पड़ा।

जिले के 172 जलघर टैंकों को भरने में भी अब परेशानी हो रही है वहीं सुंदर सब ब्रांच बंद होने के बाद ही जूई फीडर में पानी चलने की उम्मीद है। वहीं, सिंचाई विभाग के अधिकारी लगातार पानी बढ़वाने के प्रयासों में जुटे हैं। बताया जा रहा है कि नहरी पानी की कमी के कारण शहरवासियों को होली के त्यौहार  पर जल संकट से निजात नहीं मिल सकेगी। फिलहाल स्थिति को देखते हुए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की शहर में पानी की राशनिंग जारी रहेगी।

सिंचाई विभाग ने सुंदर ग्रुप की नहरों में 17 मार्च से ही पानी का शेड्यूल निर्धारित कर दिया था और 24 मार्च तक नहरी पानी मिलेगा। मंगलवार को सुंदर सब ब्रांच में 900 क्यूसेक के मुकाबले 700 क्यूसेक पानी चला। वहीं,  मिताथल फीडर में 350 क्यूसेक की डिमांड पर सिर्फ 240 क्यूसेक पानी ही पहुंच पाया। जबकि जूई फीडर में लगभग 900 क्यूसेक पानी की डिमांड की गई थी, लेकिन नहरी पानी कमी की वजह से दो नहर चलाने के लिए जूई फीडर को बंद करना पड़ा।

सिंचाई विभाग के नहरी पानी का शेड्यूल
सिंचाई विभाग ने पांच ग्रुप बनाए हैं। इनमें सुंदर ग्रुप, जेएलएन ग्रुप, भालोठ ग्रुप, बुटाना ग्रुप और जेएलएन एमकेडी शामिल है। इससे पहले सुंदर ग्रुप, जेएलएन भालोठ, और बुटाना ग्रुप ही बनाए गए थे। जबकि जवाहरलाल नेहरू कनाल (JLN) में तीन नए सब ग्रुप बना दिए गए हैं। पहले चार ग्रुप बने थे, तो उस समय आठ दिन नहर चलती थी और 24 दिन नहरें बंद रहती थी। अब पांच ग्रुप बनाए गए हैं, इसमें आठ दिन प्रत्येक ग्रुप की नहरों में पानी मिलता और 32 दिन नहरें बंद रहती हैं।

ऐसे में अगर एक ग्रुप में नहरों के अंदर पानी की कमी रहती है तो फिर उन्हें अगली बार 32 दिन नहर आने का इंतजार करना पड़ता है। मगर भिवानी शहर के लिए सुखद पहलू यह है कि सुंदर ग्रुप के बाद बुटाना ग्रुप में आठ दिन नहर चलने से भी जलघर के टैंकों को कुछ पानी मिल जाता है।

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Isha