दीनबंधु छोटूराम ने दी थी जींद, भिवानी को सुंदर ब्रांच नहर की सौगात
punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2019 - 11:59 AM (IST)
जींद (जसमेर): किसानों और कमेरों के मसीहा दीनबंधु सर छोटू राम आज भी जींद व भिवानी जिले के किसानों के खेतों में नहरी पानी के रूप में बसे हैं। इन जिलों के बड़े हिस्से में नहरी पानी देने वाली सुंदर ब्रांच नहर दीनंबधु सर छोटू राम के प्रयासों से ही बनी थी। वह आजादी से पहले उत्तर भारत के सबसे बड़े किसान और कमेरा वर्ग के नेता थे। उन्होंने किसानों को साहूकारों के कर्ज से मुक्ति दिलवाकर किसानों को जमीन का मालिक बनाने का काम किया था।
नाले की रिमोल्डिंग करवाकर 1941 में निकलवाई थी सुंदर ब्रांच नहर
दीनबंधु सर छोटू राम ने एक छोटे से नाले की 1941 में रिमोल्डिंग करवाकर उसे सुंदर ब्रांच नहर बनवाया था। सुंदर ब्रांच नहर जींद जिले के अंटा हैड से निकलती है और यह जींद तथा भिवानी जिले को सिंचाई और पीने के लिए नहरी पानी मुहैया करवाती है। पश्चिमी यमुना नहर 1355 में भारत के तत्कालीन शासक फिरोजशाह ने निकलवाई थी। इसी नहर से 1941 में दीनबंधु सर छोटू राम ने सुंदर ब्रांच नहर निकलवाई।
ऐसे हुआ सुंदर ब्रांच नहर का निर्माण
सुंदर ब्रांच नहर के निर्माण और नामकरण को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं हैं। इसके किनारे बसे भम्भेवा गांव के रिटायर्ड बी.डी.पी.ओ. गुलाब सिंह घणघस का कहना है कि दीनबंधु सर छोटू राम की पत्नी ने जींद रियासत के तत्कालीन राजा से सुंदर ब्रांच नहर निकालने का अनुरोध किया था। उन्होंने राजा से कहा था कि एक नाले को बड़ी नहर बनाकर जींद और भिवानी के प्यासे खेतों को नहरी पानी का इंतजाम करवा दीजिए ताकि इस क्षेत्र के किसान खुशहाल हो सकें। उसके बाद ही राजा ने एक छोटे से नाले को सुंदर ब्रांच नहर के रूप में बनाने के आदेश दिए थे। इस नहर के नामकरण को लेकर जींद में सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता एम.आर. गर्ग का कहना है कि सुंदर ब्रांच नहर भिवानी जिले के बवानी खेड़ा क्षेत्र के सुंदर गांव तक जाती है और इसी कारण इसका नाम सुंदर ब्रांच नहर रखा गया है।