रक्षा मंत्रालय के क्लर्क ने ऑनलाइन गेम एप पर गंवाए थे लाखों, 3.5 लाख कैश देने का भी दावा

10/6/2022 12:21:24 PM

रेवाड़ी : रेवाड़ी से रहस्यमय तरीके से गायब हुआ रक्षा मंत्रालय का क्लर्क सुभाष घर तो लौट आया लेकिन उसके द्वारा लगाए गए अपहरण व ब्लैकमेङ्क्षलग के आरोपों की पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई है। हालांकि गठित एस.आई.टी. द्वारा जांच में सामने आया है कि 3 माह में उसके खाते से लाखों रुपयों की ट्रांजैक्शन हुई है। सुभाष अभी मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है। शायद इसी कारण मामले का पूरा खुलासा नहीं हो पा रहा है। सुभाष के भाई सतेन्द्र ने बताया कि सुभाष डरा हुआ है। उसकी स्कूटी से मिली डायरी में उसने कुछ लोगों का जिक्र किया था कि उसे ऑनलाइन गेम खिलाकर उससे रुपए लेते रहे।

30 सितम्बर को सुभाष स्कूटी खड़ी कर बस में सवार हुआ था और पुलिस लाइन के पास उतरा था, जहां से उसे कार सवार युवक कहीं अज्ञात स्थान पर लेकर गए और प्रताडि़त किया। मौका पाकर सुभाष रात के अंधेरे में उनके चंंगुल से निकलकर किसी तरह धारूहेड़ा पहुंचा और पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। सतेन्द्र ने बताया कि सुभाष 3 लोगों का जिक्र कर रहा है कि वे उससे 3.5 लाख रुपए कैश ले चुके हैं और 30 सितम्बर को भी उन्होंने 2 लाख रुपए की डिमांड की थी। जब तक सुभाष पूरी तरह होश में नहीं आ जाता मामले बारे कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

इधर, पुलिस इस मामले को अनेक कोणों से देख रही है। 3 माह में लाखों रुपए ऑनलाइन गेम एप हेतु खर्च करना दर्शाता है कि सुभाष चंगुल में फंसा हो सकता है या फिर लाखों रुपए गंवाने के बाद डिस्टर्ब होकर अपहरण व ब्लैकमेङ्क्षलग के आरोप लगा रहा है। हालांकि अभी भी क्लर्क खुद के अपहरण की बात कर रहा है। हालांकि इस बात की भी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है कि आरोपी उससे सेना से जुड़ी जानकारी मांग रहे थे। डी.एस.पी. सुभाष का कहना है कि खातों की डिटेल की बारीकी से जांच की जा रही है। मामला हनीट्रैप से संबंधित नहीं लगता। क्लर्क के अपहरण व ब्लैकमेङ्क्षलग के आरोपों व दावों की जांच जारी है। पुलिस गहनता से जांच कर रही है।

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Isha