जींद उपचुनाव में अवैध हथियारों को रोकने का जिम्मा सीआईए और डिटेक्टिव स्टाफ को सौंपा

1/5/2019 1:23:34 PM

ब्यूरो: जींद उपचुनाव घोषणा हुए पांच दिन हो गए है लेकिन पुलिस प्रशासन को लाइसेंसी हथियार जमा करवाने की याद अब आई है। जिसके चलते पुलिस के समाने 5 दिन में करीब 6514 लाइसेंसी हथियार थानों में जमा करवाना किसी चुनौती से कम नहीं है। इसके लिए सीआईए व डिटेक्टिव स्टाफ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को एसएसपी अश्विन शैणवी ने जींद जिले के सभी आर्म्स लाइसेंस धारकों को 10 जनवरी तक अपने-अपने नजदीकी थानों में अपने हथियार जमा करवाने का अनुरोध किया है।

जानकारी के अनुसार जींद जिले में करीबन 6514 आर्म्स लाइसेंस हैं। पुलिस को अपने हथियार जमा करवाने के लिए लोगों के पास केवल पांच दिन ही बचे हैं। अगर दिखा जाए तो 1300 लोगों को रोजाना हथियार जमा करवाने होंगे तभी पूरे हथियार जमा हो सकते हैं। वहीं अपने आदेशों में एसएसपी अश्विन शैणवी ने साफ कहा है कि इन आदेशों का पालन नहीं करने वाले आर्म्स लाइसेंसधारक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए उन्होंने सभी थाना, चौकी प्रभारियों को भी आदेश जारी कर इनका पालन सुनिश्चित करने को कहा है।

विधानसभा उपचुनाव को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न करवाने के लिए पुलिस को लाइसेंसधारी हथियारों को तो जमा करवाना ही होगा, साथ ही जींद में बाहर से आने वाले अवैध हथियारों पर भी रोक लगानी होगी।

बता दें कि गत वर्ष 2018 में पुलिस ने लगभग 235 अवैध हथियारों को पकड़ा था। नए वर्ष की शुरुआत हुए मात्र चार दिन ही हुए हैं। इन चार दिनों में पुलिस चार अवैध हथियार पकड़ चुकी है। इस प्रकार अवैध हथियारों पर रोक लगाना भी पुलिस को किसी जंग जीतने से कम नहीं होगा।

चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए खुफिया व सीआईडी टीम कुख्यात अपराधियों का रिकार्ड खंगाल रही है। इन अपराधियों को जिले से बाहर रखना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। शहर तथा गांवों के संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों पर भी पुलिस की नजर है। इन बूथों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। वहीं अवैध हथियारों को पकड़ने के लिए सीआईए व डिटेक्टिव की टीम को अलर्ट किया गया है।

Deepak Paul