किसान आंदोलन: चढूनी की मांग, जेलों में बंद किसानों को बिना शर्त छोड़े जाए

2/24/2021 3:06:17 PM

करनाल(विकास): भारतीय किसान यूनियन चढूनी के आह्वान पर आज करनाल के जिला सचिवालय पहुँचकर किसानों द्वारा प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम किसान आंदोलन के दौरान जेलों में बंद किसानों को बिना शर्त छोड़े जाने की मांग की गई। साथ ही किसानों द्वारा अपील की गई कोई भी किसान भाई अपने खेतों में खड़ी हुई फसल को नही जोते। फसल को तैयार कर मजदूरों में फ्री में बाट दे।

कृषि कानून के विरोध में किसान आं दोलन चला हुआ है। जिसको लेकर किसान लगातार सरकार पर दबाब बनाने के लिए अपने आंदोलन को आये दिन और तेज कर रहे है। वही 26 जनवरी की घटना के बाद व किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों को पुलिस ने  गिरफ्तार किया था। अब किसान संगठनों द्वारा उन किसानों की रिहाई की मांग भी किसान उठा रहे है। जिसको लेकर आज करनाल में भी भारतीय किसान यूनियन चढूनी से जुड़े किसानों द्वारा जिला सचिवालय करनाल में पहुँचकर कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर जेल में बंद किसानों को रिहाई की मांग को लेकर तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा गया।


वहीं कुछ किसान कृषि कानूनों के विरोध में अपनी खेतो में खड़ी हुई फसलों को जोत रहे है। ऐसा एक मामला करनाल के गांव में भी सामने आया था एक किसान ने अपनी 5 एकड़ फसल को जोत दिया था। ज्ञापन देने पहुँचे किसानों द्वारा अपील की गई कोई भी किसान भाई अपने खेतों में खड़ी हुई फसल को नही जोते। इसे बेहतर फसल को तैयार कर मजदूरों में फ्री में बाट दे। किसान अपनी फसल को बच्चो की तरह पालता है। इस लिए कोई भी किसान ऐसा मत करे। फिलहाल किसान जेलों में बंद किसानों की रिहाई की मांग कर रहे है। आने वाले दिनों में भी किसान अपने आंदोलन को और तेज कर सकते है।

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Content Writer

Isha