लागत से ज्यादा वसूली कर चुका है यह टोल प्लाजा, दिल्ली-फरीदाबाद मार्ग टोल फ्री करने की मांग (VIDEO)

8/6/2018 4:29:00 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): दिल्ली बदरपुर बॉर्डर स्थित टोल प्लाजा का मुद्दा अब गरमाने लगा है। जिस पर जिला बार एसोसिशन के पूर्व प्रधान सजीव चौधरी ने " लोक अधिकार विचार मंच " के बैनर तले आज एक प्रेससवार्ता का आयोजन करते हुए मांग की है कि इस टोल प्लाजा कंपनी ने लागत वसूल कर ली है, लेकिन फिर भी लोगों की जेबों पर डाका डाला जा रहा है।



सजीव चौधरी ने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर मांग की है कि सरकार इस टोल प्लाजा की सरकारी स्तर पर आडिट करवाए और इस टोल को शीघ्र फ्री कर दिया जाए, ताकि लोगों से अवैध वसूली बंद हो सके और लोगो को टोल पर लगने वाले जाम से भी निजात मिले। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह धरना प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे। यहां तक की इस मुद्दे को लेकर पीआईएल फ़ाइल भी करेंगे।



सजीव ने जनताहित में मुद्दा उठाते हुए कहा की वर्ष 2010 में जिस कंपनी ने इसे बनाने में 600 करोड़ रूपये की लागत लगाई थी, उसे कंपनी बहुत पहले वसूल कर चुकी है और अब उनके सामने लागत से ज्यादा वसूली करने का मामला आया है। जिसके सन्दर्भ में उन्होंने केंद्रीय परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा था जिसका जवाब भी उन्हें मिला लेकिन उसमे उठाय गए मुद्दों पर कुछ नहीं लिखा गया और सिर्फ ज्वाइंट सेकेट्री को उनका पत्र फारवर्ड करने के अलावा अवैध वसूली के मुद्दे पर पल्ला झाड़ लिया गया। उनका कहना था कि अब इस टोल पर नाजायज वसूली चल रही है। इसलिए सरकार से उनकी मांग है की इस टोल का आडिट करवाकर टोल प्लाजा कंपनी के एग्रीमेंट को निरस्त किया जाए।



उन्होंने बताया कि कंपनी ने अपने सर्वे में खुद माना है कि इस टोल से रोज एक लाख वाहन आते जाते हैं। ऐसे में अगर 2010 की टोल दरों से गुना किया जाए तो कंपनी एक साल में 108 करोड़ रूपये वसूलती है, जबकि इसके बाद अब तक कई बार टोल की दरों में इजाफा किया जा चुका है। जिसके हिसाब से कंपनी अब तक कई हजार करोड़ रूपये फालतू वसूल चुकी है।

Shivam