आंदोलन में गिरफ्तार किए किसानों को रिहा करने की मांग, रिहाई के लिए एकजुट होकर लड़ेंगे किसान

4/4/2024 4:04:54 PM

जींद (अमनदीप पिलानिया): जींद की जाट धर्मशाला में गुरूवार को जनता सरकार मोर्चा के साथ किसान संगठनों ने प्रेस वार्ता करके दुसरे किसान आंदोलन में गिरफ्तार कर जेल में बंद किसानों की रिहाई मांग उठाई और सभी किसानों की रिहाई के लिए सभी संगठनों को एक होकर लड़ाई लड़ने की बात कही। इस प्रेसवार्ता में किसान नेता विकास सीसर, सुशील नरवाल, अक्षय नरवाल व किसान नेत्री प्रियंका खरक रामजी मौजूद रही।

भारतीय किसान संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विकास सीसर ने कहा कि भाजपा की नायब सैनी की सरकार से किसानों को उम्मीद थी क्योंकि मुखमंत्री सैनी किसान समाज से तालुक रखते है लेकिन इनका संघ की पाठशाला के ज्ञान ने किसानों के प्रति संवेदनाओं को खत्म कर दिया। समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुशील नरवाल ने कहा किसी भी किसान पर कोई विपदा आती है तो इस कठिन समय में हम अपने मतभेद भुलाते हुए मजबूती के साथ उस परिवार के साथ खड़े होंगे। 

किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष और इसी आंदोलन में 37 दिन जेल मे रहने वाले अक्षय नरवाल ने कहा उनके ऊपर भी जबरदस्ती खालिस्तानी होने के आरोप लगाए जा रहे थे जो की बेबुनियाद थे उन्होंने कहा किसानों की सांझा मांगो को लेकर हरियाणा के लोग पंजाब का साथ देते हैं अगर खालिस्तान की कोई बात इस आंदोलन में होती तो हम सबसे पहले उनके विरोध में खड़े होते। उन्होंने परिवार की तरफ देखते हुए अनीश को जेल में अनशन खोलने की बात भी कही और परिवार के साथ मिलकर बाहर सड़क पर उसके लिए संघर्ष को ओर मजबूत करने की बात कही।

वहीं समिति की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका खरकरामजी ने कहा कि इस आंदोलन का आह्वान करने वाले किसान संगठन और मोर्चे जींद में आकर हमारे भाई की रिहाई के लिए कोई आंदोलन की शुरुआत करे अन्यथा उनके परिवार के ऊपर आई विपदा को देखते हुए हमें मजबूर होकर कोई कड़ा फैसला लेना पड़ेगा। सबने एक स्वर में कहा यह लड़ाई किसान के मुद्दे की है इसको अपने अपने किसान संगठनों को बड़ा छोटा करने के रूप में नहीं लड़ना चाहिए।

 

Content Editor

Nitish Jamwal