भारतीय किसान यूनियन के धरने प्रदर्शन शुरू, 20 को हरियाणा की सड़कें की जाएंगी जाम

9/15/2020 3:17:20 PM

डेस्क टीम: केंद्र सरकार के तीन अध्यादेशों और पिपली रैली के दौरान किसानों पर लाठीचार्ज करने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन आज से हरियाणा के सभी जिला मुख्यालयों पर धरने दे रही है। यह धरने 19 सितंबर तक जारी रहेंगे। इसके बाद भी यह अध्यादेश वापस नहीं लिए गए तो 20 सितंबर को हरियाणा में सड़कें जाम की जाएंगी।



यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर में सचिवालय के मुख्य गेट पर भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन शुरू किया। भारतीय किसान यूनियन के प्रधान संजू गुदियाना ने बताया कि किसानों को सरकार मारने का काम कर रही है। पहले तीन अध्यादेश लाए गए और उसके विरोध में उन्होंने रैली की तो उन पर लाठियां भांजी गई। उन्होंने कहा कि  सरकार के मंसूबे किसानों को पता चल चुके हैं। अब भी सरकार नहीं मानी तो यहां धरना लगातार जारी रहेगा। 19 सितंबर तक जहां धरने प्रदर्शन किए जाएंगे, वहीं 20 सितंबर हरियाणा भर की सड़कें जाम की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद वह बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

करनाल (केसा आर्या): करनाल जिला सचिवालय के सामने सैकड़ों किसानों व आढ़तियों ने तीन आध्यदेशों को वापिस लेने व पिपली में हुए किसानों पर लाठीचार्ज के बाद दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर धरना दिया। इस दौरान कई किसान संगठन मौजूद रहे। 



अंबाला (अमन कपूर): किसानों ने अंबाला में आज से 4 दिन का सांकेतिक धरना शुरू कर सरकार को चेतावनी दे दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी तो वह आगामी 20 को पूरा हरियाणा जाम करेंगे। अगर फिर भी सरकार बात नहीं मानती तो रोष प्रदर्शन और तेज किए जाएंगे। वहीं किसानों ने आज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। कोरोना काल में धरने प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि सरकार को ऐसी भी क्या जल्दी थी कि उन्होंने महामारी के दौर में अध्यादेश लागू किए। 

फतेहाबाद (रमेश): तीन अध्यादेशों पर उठा बवाल अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। अखिल भारतीय किसान यूनियन द्वारा आज फतेहाबाद में जमकर प्रदर्शन किया गया और अध्यादेशों की प्रतियां फूंकी गई। अतिरिक्त उपायुक्त के माध्यम से सरकार को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन भी सौंपा। वहीं अखिल भारतीय किसान सभा से जुड़े नेताओं ने ऐलान किया अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 17 सितंबर को उचाना में डिप्टी सीएम कार्यालय का घेराव किया जाएगा। 

अनाज मंडी शैड के नीचे जुटे किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि सरकार जिस प्रकार किसानों के साथ बर्ताव कर रही है उससे उसके किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है। किसानों को जिस प्रकार प्रताड़ित किया जा रहा है, चाहे नए कानून बना कर या फिर सड़क डंडों से पीटना यह दर्शाने के लिए काफी है कि किसान हितैषी का दंभ भरने वाली सरकार वास्तव में किसानों की कितनी हितैषी है।

vinod kumar