भाजपा और शिवसेना का कई वर्षों का गठबंधन टूट गया, भविष्य में क्या होगा किसे पताः डिप्टी सीएम

5/12/2023 1:26:09 PM

गोहाना (सुनील जिंदल) : हरियाणा के  डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को गोहाना पहुंचकर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं के घर-घर जाकर मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा द्वारा शराब घोटाले को लेकर आई कैग की रिपोर्ट पर उठाए गए सवाल पर पलटवार किया। डिप्टी सीएम ने कहा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ज्ञान और उनके सहलाकारों को धन्यवाद करूंगा, जो ऐसे सवाल उठा रहे हैं।

इसके साथ ही दुष्यंत ने कहा कि सीसीटीवी हमने लगवाए और जो बिना परमिट के शराब निकाली जा रही थी उस पर सख्ती कर रोकने का काम किया है। मैं उनसे पूछता हूं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समय में एक्साइज रेवन्यू कितना था। उनके समय में एक्साइज रेवन्यू ढाई हजार करोड़ था, जबकि हमारे समय में यह दस हजार करोड़ रुपए पहुंच गया है। उनके राज में ब्लैक में शराब बिकती थी और हमनें नियम बना कर 61 हजार से दस हजार करोड़ तक पहुंचने का काम किया है।  उनके राज में तो ठेकेदार पैसे ले कर भाग जाते थे जो सरकार का ढाई सौ करोड़ अभी भी बकाया है।

दुष्यंत चौटाला ने  गठबंधन टूटने को लेकर किए जा रहे ओपी चौटाला के दावों को लेकर कहा किसी के कहने से गठबंधन नहीं टूटेगा, जब मैंने 2019 में शपथ ली तभी विपक्षियों ने कहा कि यह गठबंधन 15 दिन भी नहीं चलेगा। लेकिन हमारा गठबंधन साढ़े तीन साल से चल रहा है, आगे भी इसी प्रकार से चलेगा। जब मन भेद होगा टूट जाएगा मगर आज हमारी सरकार गठबंधन में सरकार चल रही है। इसके साथ ही दुष्यंत ने कहा महाराष्ट्र में भी शिव सेना और बीजेपी का कई सालों से गठबंधन था मगर वह भी टूट गया। यह भविष्य के सवाल आगे क्या होगा किसे क्या पता।

वहीं सीएम की पब्लिक मीटिंग पार्टियों के द्वारा कहा गया कि सभी अपनी अपनी पार्टियों के संगठन को मजबूत करने में लगे हैं। बीजेपी के अलावा कांग्रेस भी है। अजय चौटाला ने जो जिम्मेदारी हमें दी है उसको मैं पूरी निष्ठा से निभा रहा हूं। इस दौरान नगर निगम चुनाव में गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब पर डिप्टी सीएम ने कहा कहा कि हम अलग अलग चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। यह आगे तय होगा कि हम साथ लड़ेंगे या अलग अलग।

इस दौरान कुश्ती खिलाड़ियों के धरने पर दुष्यंत ने कहा इनकी पहले मांग थी कि जांच कमेटी बने वह सरकार ने गठित की फिर FIR दर्ज करने की मांग की। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दो एफआईआर दर्ज हुईं, जांच पुलिस को करनी है सबूत पुलिस को दें जांच करेगी। यह6 साल का पहले का मामला पुलिस अपने हिसाब से जांच करेगी यह कोई त्वरित मामला नहीं है। किसी निर्दोष को भी सजा नहीं मिलनी चाहिए।   

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Content Editor

Mohammad Kumail