डेरा प्रमुख को दान में दी जमीन वापिस लेने के लिए कोर्ट में जाएगा परिवार, SIT करेगी जांच

9/12/2017 1:48:56 PM

चरखी दादरी (परदीप साहू):बाबा के जेल जाते ही अब उनके अंध भक्तों की आंखे भी धीरे धीरे खुलनी शुरु हो गई हैं। दादरी के गांव बलाकारा के रहने वाले डेरा अनुयायी सोमबीर के आत्महत्या के बाद अब उनके परिजन अपनी जमीन वापिस लेने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। इस मामले को लेकर एस.आई.टी. जांच करेगी।

परिजनों ने किया खुलासा
मृतक के जीजा हंसराज ने पुलिस को दिए बयान में बताया था कि वर्ष 2002 में सोमबीर डेरे से जुड़ा था। डेरे के प्रमुख चुनिंदा लोगों को उसके पास काफी जमीन होने का पता चला तो उन्होंने सोमबीर को भगवान रूपी बाबा के नजदीक पहुंचने के लिए अपनी भूमि उनके नाम दान देने की बात कही। उन्होंने सोमबीर का ब्रेन वाश करते हुए कहा कि गांव में ही 12 एकड़ भूमि पर डेरा बनाया जाएगा, जिसका संरक्षक सोमबीर ही होगा। जिस पर सोमबीर ने 12 एकड़ भूमि उन्हें दान दे दी। इसके बाद उन्होंने उसे डेरे के रिसोर्ट में पैसे लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उसे घर बैठे प्रतिमाह 5 लाख रुपये की आमदनी होगी तथा ऐसा करके वह बाबा का खास बंदा बनने की पहली स्टेज भी पार कर लेगा। जिस पर उसने फिर से 24 एकड़ भूमि बेचकर 3 करोड़ 10 लाख रूपये रिसोर्ट के नाम पर दे दिए लेकिन उसे कभी कोई मुनाफा नहीं दिया गया। जिसके चलते उसने आत्महत्या की।

कुर्सी व कपड़े देकर लाखों हड़पे
मृतक के परिजनों नेे राम-रहीम पर आरोप लगाया कि उसने सोमबीर को डेरे का शाही व्यक्ति बनाने के नाम पर एक लाख रुपये में कुर्सी, 30 हजार रुपए में कपड़े लाखों रुपए की एक ईंट दी थी। उनके अनुसार गुरमीत राम रहीम ने बड़े स्तर पर धोखाधड़ी करने से सोमबीर ने 36 एकड़ भूमि गंवा दी थी। जिसके चलते उसने आत्महत्या जैस कदम उठाया।

जांच रिपोर्ट के बाद करेंगे कार्रवाई
डी.एस.पी. हैडक्वार्टर सुरेश कुमार ने बताया कि परिजनों ने पहले सोमबीर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। इस संबंध में मृतक के परिवार द्वारा डेरा सच्चा सौदा व गुरमीत राम-रहीम पर उनके साथ धोखाधड़ी कर जमीन व करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप लगाया गया है। जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा एस.आई.टी. का गठन किया गया है।