कैथल में पूर्व DGP के आदेशों की अवहेलना, सब इंस्पेक्टर संभाल रहे थाना

10/12/2023 8:11:23 PM

कैथल(जयपाल रसूलपुर): जिले में हरियाणा के डीजीपी के आदेशों का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है, शायद इसीलिए कैथल एसपी ने विभिन्न कारणों के चलते पांच सब इंस्पेक्टरों को जिले के अलग-अलग थानों की कमान सौंपी हुई है, जबकि जिले में स्वीकृत पदों की तुलना में प्राप्त संख्या में इंस्पेक्टर उपलब्ध हैं।

 पूर्व डीजीपी पीके अग्रवाल ने जारी किए थे आदेश

बता दें कि हरियाणा के पूर्व डीजीपी पीके अग्रवाल ने 2021 को हरियाणा के सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र जारी करते हुए यह निर्देश दिए थे कि केवल इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी को ही थाने में एसएचओ के रूप में तैनात किया जाए। जब तक अत्याधिक आवश्यकता और पेशेवर रूप में सक्षम अधिकारी की अनुपलब्धता न हो, लेकिन कैथल में स्वीकृत पदों में पर्याप्त संख्या में इंस्पेक्टर होने के बाद भी डीजीपी के आदेशों का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा। शायद इसलिए जिले में इस समय पांच सब इंस्पेक्टर विभिन्न थानों में बतौर एसएचओ (प्रभारी) की कमान संभाल रहे हैं।

जिले में इंस्पेक्टर रैंक के कुल 23 पद है स्वीकृत

कैथल में इस समय इंस्पेक्टर रैंक के कुल 23 पद स्वीकृत हैं और लगभग 15 के करीब थाने और शाखाओ में 22 इंस्पेक्टर कार्यरत हैं। उसके बावजूद भी पांच सब इंस्पेक्टरों को थाना प्रभारी बनाया हुआ है। जिले के आंकड़ों की अगर बात की जाए तो जिले में दो महिला इंस्पेक्टर गीता और बिरमती हैं, बाकी 20 पुरुष इंस्पेक्टर हैं। इसके साथ ही चार के लगभग महिला सब इंस्पेक्टर हैं जिनमें धनपति, सुनीता, सुदेश और रेखा देवी कार्यरत हैं जो थाने के अलावा दूसरे थानों के केस भी हैंडल करती हैं। इसी बीच जिले में दो नई महिला पीएसआई भी आई हैं।

 इन जगहों पर सब इंस्पेक्टर संभाल रहे थाना

जिले में पर्याप्त इंस्पेक्टर होने के बावजूद भी विभाग के विभिन्न पांच स्थानों में सब इंस्पेक्टरों को एसएचओ (प्रभारी) के तौर पर तैनात किया हुआ है। जिनमें महिला थाने में एसआई रेखा रानी को एसएचओ लगाया हुआ है, जबकि जिले में दो महिला इंस्पेक्टर उपलब्ध हैं। इसके साथ ही थाना सदर की अगर बात की जाए तो यहां एसआई राजकुमार को और ढांड थाने में एसआई विजेंद्र सिंह इसके साथ भी ट्रैफिक थाने में एसआई रमेश चंद्र और सीआइए शाखा दो में पीएसआई अमन को बतौर प्रभारी लगाया हुआ है।

एसपी उपासना ने बताए कारण

इस विषय को लेकर जब कैथल एसपी उपासना से बात की गई तो उन्होंने बताया की डीजीपी के आदेशों में लिखा है कि जितनी पॉसिबिलिटी हो उतने ही लगाए जाएं। 22 इंस्पेक्टर में से कुछ डेपुटेशन पर चले जाते हैं जो प्रजेंट नहीं होते है। इसके साथ ही दो महिला इंस्पेक्टरों में से एक की विभागीय जांच चल रही है और दूसरी बुजुर्ग हैं जो हैंडल नहीं कर सकती। यह सब कुछ देख कर ही थानों में तैनाती की जाती है।

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Content Writer

Saurabh Pal