DGGI गुरुग्राम के अधिकारियों ने किया 539 फर्जी संस्थाओं से जुड़े रैकेट का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार
punjabkesari.in Friday, Jun 23, 2023 - 06:35 AM (IST)

नेशनल डेस्कः एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन में, जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई), गुरुग्राम जोनल यूनिट ने 539 फर्जी संस्थाओं से जुड़े एक बड़े धोखाधड़ी वाले इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) रैकेट का खुलासा किया है, जिसने 1,124.66 करोड़ रुपए की फर्जी आईटीसी जारी की है। अब तक एक प्रमुख गुर्गे को गिरफ्तार किया जा चुका है।
फोरेंसिक जांच के आधार पर, बड़ी संख्या में जाली/रूपांतरित आधार कार्ड, पैन कार्ड, बड़ी संख्या में फर्जी फर्मों के जीएसटी पंजीकरण और फर्जी फर्मों के नमूना चालान आदि का पता चला। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि धोखाधड़ी वाला आईटीसी क्रेडिट अंततः अत्यधिक चोरी की संभावना वाले धातु/लोहा और इस्पात क्षेत्र तक पहुंच गया है। इस मामले में, इन धोखाधड़ी वाली संस्थाओं द्वारा प्राप्त आईटीसी के 814.61 करोड़ रुपए को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से उपयोग करने से रोका गया है। इस पूर्व-खाली कार्रवाई ने सरकार को और अधिक नुकसान होने से रोका है।
डीजीजीआई गुरुग्राम जोनल यूनिट के अधिकारियों ने मोबाइल फोन की आपूर्ति के व्यापार में प्रचलित एक कार्यप्रणाली का भी पता लगाया है जिसमें बिना किसी अंतर्निहित चालान के ग्रे मार्केट से या विभिन्न अपंजीकृत व्यक्तियों के नाम पर ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से मोबाइल फोन खरीदे जाते हैं। कुछ बेईमान तत्व/व्यक्ति इन मोबाइल फोनों की जमाखोरी करते हैं और उन्हें विभिन्न व्यापारियों को थोक में आपूर्ति करते हैं। हालांकि, चूंकि सामान में आईटीसी नहीं होती है जिसका आगे उपयोग किया जा सकता है इसलिए ये व्यक्ति फर्जी आईटीसी उत्पन्न करने के लिए नकली फर्मों का एक नेटवर्क बनाते हैं और फिर इस धोखाधड़ी वाले आईटीसी का उपयोग अपनी जीएसटी देनदारी को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं।
अब तक जांच के दौरान 19 फर्जी संस्थाओं के नेटवर्क का पता चला है और 97.44 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का पता चला है जिसके परिणामस्वरूप 18.35 करोड़ रुपएये की वसूली हुई है। धोखाधड़ी से 9.58 करोड़ रुपए की आईटीसी हासिल करने से जुड़े ऐसे ही एक हालिया मामले में एक प्रमुख व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में, गुरुग्राम जोनल यूनिट ने 1,198 नकली जीएसटीआईएन का पता लगाया है, जिसमें 2,762.30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी वाली आईटीसी का पता लगाया गया है और रुपए के राजस्व नुकसान को रोका है। इन मामलों में कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।