इस आंदोलन की इतनी बड़ी जीत के बाद किसानों को बैंड बाजों के साथ पंजाब लौटना चाहिए था: धनखड़

3/31/2021 8:03:57 PM

चंडीगढ़ (धरणी): पंजाब में बीजेपी विधायक के साथ हुई बदसलूकी पर हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पंजाब की भूमि सम्मान को बचाने वाली भूमि है। पंजाब में सिख गुरु युद्ध करते वक्त अपने तीर के आगे सोना लगाते थे। ताकि मरने वाले का संस्कार उस स्वर्ण से हो जाए। ऐसी ऊंची मर्यादा वाली भूमि पर अगर जनता के किसी प्रतिनिधि के साथ ऐसी घटना होती है तो यह बहुत शर्मसार कर देने वाली बात है। इस घटना से हर सभ्य व्यक्ति को तकलीफ हुई है। किसान दूसरों की इज्जत को बचाने का काम हमेशा से करता आया है। लेकिन किसान जत्थे बंदियों के नाम पर अगर कोई इस प्रकार की घटना को अंजाम देता है तो यह बात गले से नीचे नहीं उतर रही। पंजाब जैसे मर्यादित सूबे में जहां का व्यक्ति हमेशा दूसरे को सम्मान देता आया है। वहां की इस घटना ने पूरी दुनिया को हैरान कर रही है।

इस मौके पर धनखड़ में आगामी उप-चुनाव के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि कालका उप-चुनाव की दृष्टि से हमने पंचकूला कार्यालय में एक बैठक की है और जल्द ही ऐलनाबाद उप-चुनाव को लेकर हम बैठक करेंगे। कार्यकर्ताओं को चुनाव संभालने के लिए दायित्व सौंपेगे। प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि लोकतंत्र में यह सभी को चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करने का अधिकार है। जोकि बहुत सारे लोगों ने की है। जिसमें पूर्व मंत्री रामविलास शर्मा भी कालका से चुनाव लड़ना चाहते हैं। बहुत से और स्थानीय नेता भी लिस्ट में है। लेकिन अंतिम फैसला पार्टी के इलेक्शन कमेटी बैठने के बाद ही होगा। 

उन्होंने कहा कि बजट सत्र में कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर जनता में अपने विश्वास को खोया है। कांग्रेस ने मुंह की खाई है और एसवाईएल के मुद्दे पर भाजपा का कैडर इस बात को उठा रहा था कि पंजाब को बड़े भाई के रूप में पानी देना चाहिए। लेकिन कांग्रेसी नेता तरह-तरह के बयान दे रहे थे। हरियाणा का 19 लाख एकड़ फीट एसवाईएल का पानी हमें मिलना चाहिए। हमारा प्रदेश हर साल डार्क जोन में बदलता जा रहा है। एसवाईएल हमारी जीवन रेखा है। कांग्रेस की सरकार पंजाब में है। इसलिए कांग्रेस पार्टी का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने हमारे हक में निर्णय किया है। पानी मिलने से हरियाणा के किसानों के जीवन में एक बड़ा बदलाव आएगा। इसलिए सभी पार्टियों को किसानों के भले के लिए अपना दायित्व निभाना चाहिए। 

इसके साथ धनखड़ ने किसान आंदोलन के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान संगठनों की सभी मांगे मान ली थी। किसान संगठनों की भारी जीत हुई थी। केंद्रीय कृषि मंत्री ने डेढ़ साल कानूनों को रोकने के लिए भी बोल दिया था। मुझे लगता है कि इस जीत के बाद किसानों को बैंड बाजों के साथ पंजाब लौटना चाहिए था। आंदोलन को विजयी करने के बाद उसकी वापसी भी लेना एक जरूरी बात होती है। मैंने इतनी बड़ी जीत अपने जीवन काल में किसी भी आंदोलन में नहीं देखी। लेकिन इस विषय में किसान संगठन चूक गए। 

अभी भी केंद्र ने किसानों के पाले में गेंद डाली हुई है। एमएसपी पहले भी मिल रहा है। प्रधानमंत्री कृषि मंत्री और भी बहुत से बड़े मंत्रियों ने कई बार आश्वस्त किया है कि एमएसपी में परिवर्तन नहीं आएगा। केवल अंदेशे के आधार पर इतना बड़ा आंदोलन खड़ा करना और उसे बनाए रखना उचित नहीं होता। जब सरकार कह रही है कि कुछ नहीं बदलेगा तो सरकार पर भरोसा करना चाहिए और तीन-चार सालों तक इसका परिणाम देखने के बाद भी फैसले लिए जा सकते हैं।

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vinod kumar