बीफ मामले पर कृषि मंत्री धनखड़ ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मुझ पर लगे आरोप बेबुनियाद

5/16/2017 5:48:27 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी):बीफ के मुद्दे पर विपक्ष के हाथों घिरे हरियाणा के कृषि मंत्री के बचाव में जहां सत्ता पक्ष से जुड़े लोग खुल कर सामने आए, वहीं इनेलो ने कृषि मंत्री ओपी धनखड़ को बर्खास्त करने की मांग के साथ-साथ इन आरोपों पर सी.बी.आई. जांच की मांग की। आख़िरकार 2 दिनों बाद कृषि मंत्री ओपी धनखड़ पर बीफ बेचने के आरोप पर बोलते हुए कहा कि भारत में गोरक्षा के लिए कानून बनाने, बीफ बेचने, बीफ का व्यापार करने वाले को सजा और उस पर जुर्माने लगाने के लिए उनके द्वारा ही प्रयास किए गए हैं। गोभक्त के रुप में भी शायद उनकी ख्याति बढ़ रही है, जिससे किसी न किसी को तो तकलीफ हुई होगी। 

उन्होंने कहा कि उन पर लगे आरोप निराधार हैं। राजनीति में कई आरोप लगते हैं और आने वाले समय में झूठे आरोप लगाने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। गोभक्त के रूप में कुछ लोगों को तकलीफ है। 

बीफ मामले पर पक्ष अौर विपक्ष की प्रतिक्रिया
इनेलो नेता अभय चौटाला ने बीफ मामले को लेकर भाजपा के कृषि मंत्री अोम प्रकाश धनखड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि धनखड़ को कृषि मंत्री के पद पर नहीं रहना चाहिए। अगर वे इस तरह का व्यापार करते हैं तो इस मामले की एजेंसी से निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए।

वहीं इनेलो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आर.एस. चौधरी ने भी धनखड़ के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि धनखड़ तो तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। इसके साथ ही धनखड़ अौर उनके परिवार के खिलाफ सी.बी.आई. जांच भी करवाई जाए। 

आरएस चौधरी ने कहा है की यथार्थ में दोनों आरोप अत्यंत गंभीर हैं। जो गौ वर्धन व संरक्षण की बात करते हैं, ऐसा लगता है कि वे लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं।हरियाणा, उत्तर प्रदेश तथा केंद्र में गौ संरक्षण की दुहाई देने वाली बीजेपी सरकार को अविलम्ब मंत्री को बर्खास्त कर सी.बी.आई. से निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए। पारदर्शिता की बात कहने वाले मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर खामोश क्यों हैं? उन्होंने कहा कि संजय बढ़वार के दूसरे आरोप अप्रवासी सम्मेलन को लेकर हैं। उसमें जो भी सरकारी राशि खर्च की गई सब तुरंत मंत्री से रिकवर करनी चाहिए। 

इनेलो के प्रवक्ता परवीन अत्रि का कहना है कि संजय बढ़वार धनखड़ के सहयोगी रहे हैं। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री को तुरंत एक्शन लेना चाहिए। 

हरियाणा के स्वास्थ्य व खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि वीडियो की प्रमाणिकता क्या है? कोई भी व्यक्ति राजनीतिक द्वेष भावना से ऐसे प्रचार करे, उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई जरुरी है। बदनाम करने के लिए यह किसी का षड्यंत्र भी हो सकता है। जो भी यह वीडियो वायरल हुआ है, अवश्य ही यह कोई राजनीतिक षड्यंत्र है अौर जो  इस षड्यंत्र में शामिल हैं सब बेनकाब होने चाहिए। विज ने कहा कि राजनीतिक द्वेष भावना रखने वाले लोग इस षड्यंत्र में शामिल हो सकते हैं।