भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कथनी और उनके समधी करण दलाल की करनी में अंतर: दिग्विजय चौटाला

3/24/2021 3:43:07 PM

चंडीगढ़ (धरणी): जननायक जनता पार्टी के नेता एवं इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा है कि किसान आंदोलन की आड़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला मिलकर साजिश के तहत सरकार के नुमाइंदों का अपने कार्यकर्ताओं के जरिए विरोध करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पलवल, फरीदाबाद जिला के गांव नरियाला की घटना ने भूपेंद्र हुड्डा और अभय चौटाला की इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया है, क्योंकि पूरे प्रदेश ने देखा कि कैसे पूर्व कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल और इनेलो जिला प्रधान आपस में हाथ से हाथ मिलाकर उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम का विरोध कर रहे थे जबकि फरीदाबाद, पलवल, पृथला में ग्रामीणों द्वारा दुष्यंत चौटाला का जोरदार स्वागत किया गया।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि आंदोलनरत किसान नेता गांधीवादी विचारधारा के साथ धरना-प्रदर्शन करते हुए अपनी मांग सरकार के आगे रख रहे हैं, जबकि पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और इनेलो अभय चौटाला अपनी कमजोरियां छूपाने के लिए इस आंदोलन का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज जिस पार्टी का देश में कोई नाम लेने वाला भी नहीं रहा, उस पार्टी के नेताओं का भी निरंतर यही प्रयास है कि कैसे किसानों के सहारे अपनी राजनीति सिद्ध की जाए। 

उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 21 मार्च को उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का फरीदाबाद व पलवल जिला के कार्यक्रमों में जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में सरकार की योजनाओं को जानने और उप-मुख्यमंत्री को सुनने के लिए भारी संख्या में ग्रामीण आए, लेकिन भूपेंद्र हुड्डा और अभय चौटाला की साजिश के तहत कांग्रेस नेता करण दलाल व इनेलो जिला प्रधान ने मिलकर अपने समर्थकों के साथ दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम का विरोध किया, जबकि खुद भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा सत्र के दौरान यह कह रहे थे कि गांवों में सरकार के नुमाइंदों का विरोध कांग्रेसी नहीं कर रहे है। 

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इससे यह सपष्ट हो गया है कि भूपेंद्र हुड्डा और अभय चौटाला अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह की साजिश रचकर किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर अपना स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि दुष्यंत चौटाला जनता में बीच रहकर उनका हालचाल व समस्याएं जानने वाले नेता है और इसी तरह आगे उनके निरंतर कार्यक्रम जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता भी यही चाहती है कि मंत्री-विधायक उनके बीच आकर उनकी व उनके क्षेत्र की समस्याएं जाने ताकी उनका समाधान हो। 

इसके साथ दिग्विजय ने पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा की हिस्सेदारी का भी मुद्दा उठाते हुए कहा कि इनसो ने पीयू में हरियाणा के हक के लिए निरंतर आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा पीयू सीनेट में हरियाणा की हिस्सेदारी बहाल करने के लिए प्रशासनिक सुधारों को लेकर उपराष्ट्रपति द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखे हैं और उम्मीद है कि इस विषय में उपराष्ट्रपति द्वारा गठित विशेषज्ञों की समिति और सरकार आपसी समन्वय से हरियाणवियों को पीयू में उनका हक मिलेगा। 

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Content Writer

vinod kumar