प्रजातंत्र में हार भी होती है और जीत भी: दीपेंद्र

6/17/2019 11:52:22 AM

रोहतक (दीपक): पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हिंदी भाषी पूरे उत्तर भारत की 297 सीटों में सबसे अच्छा प्रदर्शन रोहतक में रहा। इस चुनाव में सभी ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जिस जोश के साथ मुकाबला किया, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम होगी। 

प्रजातंत्र में हार भी होती है और जीत भी। भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए पूरा प्रदेश आज हमारी तरफ देख रहा है। दीपेंद्र हुड्डा रविवार को नई अनाज मंडी में आयोजित कार्यकत्र्ता सम्मेलन में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज झूठ और घमंड के घोड़े पर सवार अहंकार में डूबी प्रदेश सरकार को चुनौती देने के लिए प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभाने का समय है। लोगों को बाकी किसी से कोई उम्मीद नहीं है, लोगों की सारी उम्मीद हमी से है। 

हम तब तक नहीं थमेंगे, जब तक चंड़ीगढ़ में इस सरकार को प्रदेश की जनता बाहर का रास्ता नहीं दिखा देगी। चुनाव में प्रदेश सरकार के मंत्री हथियारों से लैस लोगों के साथ एक बूथ से दूसरे बूथ पर जाते नजर आए। पिछले 3 हफ्तों में मुख्यमंत्री तथा उनके मंत्रियों ने बयानबाजी में शिष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दी। मुख्यमंत्री द्वारा रोहतक लोकसभा सीट पर मिली जीत की तुलना भारत-बंगलादेश मैच से की गई। 

उन्होंने सवाल किया कि आखिर वो कहना क्या चाहते हैं, क्या रोहतक क्षेत्र के वो 5 लाख 66 हजार मतदाता बांगलादेशी हैं? रोहतक के एक मंत्री कहते हैं कि दिल्ली का घर खाली करा लिया, अब चंडीगढ़ का घर खाली कराना है। उनको मैं बताना चाहता हूं कि मेरा घर रोहतक के लोगों के दिलों में है। इस बार जिन लोगों ने मेरा समर्थन नहीं किया, उनके दिलों में भी कम से कम एक कमरा मेरा है। दिल्ली का घर तो आप खाली करा लोगे लेकिन रोहतक के लोगों दिलों में दीपेंद्र बसता है, उनके दिलों से निकालने के लिए कौन-सा सरकारी नोटिस दोगे। 

Shivam