अब कम्प्यूटर की पढ़ाई में नेत्रहीनता नहीं बनेगी बाधक, शोधार्थी ने तैयार किया सॉफ्टवेयर

4/2/2018 10:22:21 AM

सोनीपत(ब्यूरो): कम्प्यूटर की पढ़ाई करने वाले नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर है। नेत्रहीन विद्यार्थी अब कम्प्यूटर पर पढ़ाई के दौरान टैक्सट मैसेज अंग्रेजी भाषा के भारतीय उच्चारण में सुन सकेंगे। दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल की छात्रा के एक सॉफ्टवेयर डिजाइन किया है जिसके बाद कम्प्यूटर की पढ़ाई की राह में नेत्रहीनता अब बाधक नहीं बन पाएगी।

दरअसल नेत्रहीन विद्याॢथयों को कम्प्यूटर पर पढ़ाई के दौरान अंग्रेजी का अमरीकन व ब्रिटिश उच्चारण सुनने को मिलता है। अमरीकन व ब्रिटिश उच्चारण भारतीय उच्चारण की अपेक्षा तीव्र गति से होता है और अक्सर विद्यार्थियों को उसका अर्थ समझने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अर्थ को समझने के लिए बार बार टैक्सट को रिपीट करना पड़ता है। ऐसे में नया सॉफ्टवेयर इन सब परेशानियों को दूर कर देगा।

दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल की छात्रा मुक्ता ने नेत्रहीन विद्यार्थियों की परेशानियों को समझते हुए इस विषय पर शोध शुरू किया था। मुक्ता को नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए कार्य करने में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा। मुख्य समस्या तो यह थी कि इसको धरातल पर कैसे लाया जाए। इस विषय के भावानात्मक व थ्री डी रूपांतर पर कुछ ही पाठ्य सामग्री उपलब्ध थी। मुक्ता ने 4 वर्ष की कड़ी मेहनत के बाद मैथडोलॉजी कार्यप्रणाली बनाई। उसके बाद अपना डाटाबेस बनाया। अंत में मुक्ता इस मुकाम पर पहुंची कि नेत्रहीन विद्यार्थी अंग्रेजी के भारतीय उच्चारण में कम्प्यूटर पर पढ़ाई कर सकेंगे।

सॉफ्टवेयर से होगा नेत्रहीन विद्यार्थियों को लाभ
विशेषज्ञों के अनुसार मुक्ता द्वारा बनाया गया सॉफ्टवेयर नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए बेहतर साबित हो सकता है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से नेत्रहीन विद्यार्थी अंग्रेजी को भारतीय उच्चारण में सुन सकेंगे जिससे उन्हें विषय की अच्छी समझ होगी, साथ ही उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी मिलेगा। इस अनुसंधान का महत्वपूर्ण योगदान यह है कि टैक्सट को अच्छे या बुरे भाव के अनुसार बोली में परिवर्तित किया जा सकेगा। यही नहीं इसमें थ्री डी इफैक्ट भी डाला गया है जिसका लाभ यह होगा कि नेत्रहीन को यह भी पता चल सकेगा कि ध्वनि किस दिशा से आ रही है। इसका प्रयोग एनिमेटिड मूवी में भी किया जा सकता है। सॉफ्टवेयर के माध्यम से पढ़ाई के लिए नेत्रहीनों के क्लास रूम को रुचि पूर्ण बनाया जा सकता है।

Rakhi Yadav