अस्पताल में बच्चों की अदला बदली का खुलासाः नवजात की उपचार के दौरान हुई मौत

10/10/2019 10:46:25 AM

फरीदाबाद (सुधीर राघव) : शहर के सबसे बड़े बीके अस्पताल के निक्कू-पिक्कू वार्ड में नवजातों की अदला बदली का मामला सामने आया है। बच्चों की अदला बदली का खुलासा उस वक्त हुआ जब एक बच्चे को गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रैफर कर किया गया और बच्चे के टैग पर अन्य के माता-पिता का नाम लिखकर उन्हें सौंप दिया। नवजात की उपचार के दौरान सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई।

लेकिन बच्चे के दस्तावेजों में नकली माता पिता का नाम लिखा होने पर चिकित्सकों ने मौत के बाद उसे असली माता पिता को सौंपने से मना कर दिया।  मामला 4 अक्तूबर का है लेकिन बीके अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा कर्मी मामले को दबाते रहे। लेकिन बुधवार को मामला मीडिया में सार्वजनिक हुआ तो अस्पताल की पीएमओ डॉ. सविता यादव ने कहा कि मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है उनके पास कोई शिकायत आई तो वह कार्रवाई करेंगी।  

हालांकि मामले में बच्चों की अदला बदली में निक्कू पिक्कू वार्ड में ड्यूटी चिकित्सक की लापरवाही पर पीएमओ फिलहाल कुछ नहीं बोली। उल्लेखनीय है कि पहले ही निक्कू वार्ड से बच्चा चोरी होने और अदला बदली के कई मामले पूर्व में हो चुके हैं। इसके बावजूद प्रबंधन ने इससे सीख नहीं ली है। 

सफदरजंग अस्पताल ने बच्ची का शव देने से किया इनकार
 
वहीं उपचार के दौरान रविवार 5 अक्तूबर को बच्ची ने दम तोड़ दिया। लेकिन दस्तावेजों में नवजात के माता पिता का नाम सुशील और शिखा लिखा होने की वजह से सदफदरजंग अस्पताल के चिकित्सकों ने शव उसके असली पिता धर्मेन्द्र को सौंपने से मना कर दिया।

धर्मेन्द्र ने जब रविवार को सुशील को फोन कर सफदरजंग बुलाया। तब जाकर उसके हस्ताक्षर कागजों पर करवाए गए और यह कह दिया की शव छुट्टी की वजह से रविवार को नहीं मिलेगा, सोमवार को शव देंगे। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद सोमवार को चिकित्सकों ने बच्ची का शव परिजनों को सौंपा।

Isha